झुंझुनूं: जिले में अपराध और अपराधियों पर पुलिस का शिकंजा कसता जा रहा है। झुंझुनूं पुलिस ने पिछले 48 घंटों में ताबड़तोड़ कार्रवाई करते हुए न केवल एक ब्लाइंड मर्डर का खुलासा किया, बल्कि 7 साल से फरार चल रहे एक इनामी दुष्कर्म के आरोपी को भी मध्यप्रदेश के उज्जैन से धर दबोचा है। इन सनसनीखेज मामलों के खुलासे ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि कानून के हाथ बहुत लंबे होते हैं। इस बड़ी कार्रवाई के साथ-साथ पुलिस ने धोखाधड़ी और चोरी के मामलों में भी सफलता हासिल की है, जिससे अपराधियों में खौफ का माहौल है।
पचेरी कलां: 48 घंटों में सुलझ गई अंधी हत्या की गुत्थी, दोस्ती, शराब और फिर खौफनाक अंत

ग्राम लाम्बी अहीर में 9 सितंबर की सुबह उस वक्त सनसनी फैल गई, जब सरकारी स्कूल के पास तिबारे में 40 वर्षीय महेंद्र उर्फ मिंदर का खून से लथपथ शव मिला। सूचना मिलते ही पचेरी कलां पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची। मृतक के पिता यादराम ने अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कराया, जिसके बाद पुलिस अधीक्षक बृजेश ज्योति उपाध्याय के निर्देशन में जांच शुरू हुई।
सैकड़ों CCTV और तकनीकी जांच ने खोला राज
वृताधिकारी बुहाना नोपाराम भाकर और थानाधिकारी राजपाल उनि के नेतृत्व में गठित टीमों ने दिन-रात एक कर दिया। सैकड़ों सीसीटीवी फुटेज खंगाले गए और तकनीकी सहायता से जांच को आगे बढ़ाया गया। जांच में पता चला कि मृतक को आखिरी बार मंजीत, पंकज, साहिल और अशोक के साथ देखा गया था, जो घटना के बाद से ही गांव से फरार थे। पुलिस ने पीछा करते हुए जयपुर और बहरोड़ से मंजीत व पंकज को दबोचा और उनकी निशानदेही पर साहिल व अशोक को भी गिरफ्तार कर लिया।
पूछताछ में आरोपियों ने जुर्म कबूल करते हुए बताया कि पुरानी रंजिश के चलते उन्होंने महेंद्र को शराब पिलाई और कहासुनी होने पर लात-घूंसों और पानी के मटकों से पीट-पीटकर उसकी हत्या कर दी। इस सफल ऑपरेशन में थानाधिकारी राजपाल, नरेश कुमार, साइबर सेल से जितेन्द्र थाकन व राजेश, और विशेष योगदान देने वाले विरेन्द्र व कमलेश समेत एक बड़ी टीम की अहम भूमिका रही।
नवलगढ़: 7 साल से फरार 5000 का इनामी रेपिस्ट उज्जैन में गिरफ्तार, एक ऐसा केस जिसने पूरे परिवार को तबाह कर दिया

नवलगढ़ पुलिस ने एक ऐसे फरार आरोपी को गिरफ्तार किया है, जिसकी वजह से एक पूरा परिवार आत्महत्या करने को मजबूर हो गया था। आरोपी नरेंद्र सागांदीया, जो एक पूर्व फॉरेस्ट गार्ड है, पर दुष्कर्म का आरोप था। जब उसे हाईकोर्ट से जमानत मिली, तो उसने सोशल मीडिया पर तस्वीरें वायरल कर दीं, जिससे आहत होकर पीड़िता, उसके पति और सास ने सुसाइड कर लिया था। इसके बाद से ही नरेंद्र फरार चल रहा था।
पहचान बदलकर काट रहा था फरारी
आरोपी पिछले 7 सालों से पुलिस से बचने के लिए उज्जैन, इंदौर, गुजरात और मध्य प्रदेश के कई शहरों में पहचान छिपाकर रह रहा था। वन विभाग ने भी उसे सेवा से बर्खास्त कर दिया था। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक देवेंद्र सिंह राजावत और वृताधिकारी राजवीर सिंह के मार्गदर्शन में नवलगढ़ थानाधिकारी सुगनसिंह के नेतृत्व में एक टीम ने तकनीकी सूचना के आधार पर उसे उज्जैन से गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की।
सिंघाना: फर्जी दस्तावेज से बिजली कनेक्शन लेने वाला गिरफ्तार

सिंघाना पुलिस ने दो साल से अधिक समय से चल रहे धोखाधड़ी के एक मामले में आरोपी महेंद्र सैनी को जयपुर से गिरफ्तार किया है। आरोपी पर अपने साथियों बेगराज और गुरुदयाल सैनी के साथ मिलकर मृत व्यक्ति के फर्जी हस्ताक्षर कर और कूटरचित दस्तावेज तैयार कर बिजली कनेक्शन अपने नाम करवाने का आरोप था। इस कार्रवाई में रविन्द्र कुमार की विशेष भूमिका रही।
सुलताना: बकरा चोर भी चढ़े पुलिस के हत्थे

सुलताना पुलिस ने ग्राम चनाना से बकरा चोरी करने के मामले में दो शातिर चोरों, आशीष उर्फ लाला और सुनील कुमार को गिरफ्तार किया है। आरोपियों ने बाइक पर आकर बकरा चुराया था, जिनकी पहचान सीसीटीवी फुटेज के आधार पर की गई। जांच में पता चला कि आरोपी आशीष उर्फ लाला पर पहले से ही चोरी, मारपीट और अन्य धाराओं में 7 मामले दर्ज हैं।