जयपुर के शाहपुरा में आयोजित राष्ट्रीय पैरा व्हीलचेयर हॉकी चैंपियनशिप 2025 में झुंझुनूं जिले के विमल कुमार योगी ने अपनी कप्तानी में राजस्थान को स्वर्ण पदक दिलाया। किठाना (चिड़ावा) के निवासी विमल कुमार योगी ने अपने उत्कृष्ट प्रदर्शन से ‘बेस्ट प्लेयर’ का अवार्ड भी जीता।
हार नहीं मानी, संघर्ष से रचा इतिहास
विमल कुमार योगी, जो जन्म से दिव्यांग हैं, उन्होंने विपरीत परिस्थितियों के बावजूद अपनी मेहनत और दृढ़ निश्चय से टीम को जीत तक पहुंचाया। उनके नेतृत्व में राजस्थान की टीम ने चैंपियनशिप के सभी मैचों में शानदार प्रदर्शन किया।
विमल के साथ-साथ जितेंद्र धनखड़ (पुत्र उमेद धनखड़) और अरुण कुमार (पुत्र रामनिवास) ने भी अपनी शानदार खेल प्रतिभा से प्रभावित किया और जिले का नाम रोशन किया।

टीम की जीत पर बधाइयों का तांता
राजस्थान की इस ऐतिहासिक जीत पर ऑल इंडिया व्हीलचेयर हॉकी फेडरेशन के जनरल सेक्रेटरी मुकेश कंचन, पैरा हॉकी एसोसिएशन ऑफ राजस्थान के अध्यक्ष महेश सिंह चौधरी, इंटरनेशनल गोल्ड मेडलिस्ट सोनिया चौधरी और कोच महेंद्र परमहंस ने खिलाड़ियों को बधाई दी।
परमहंस दिव्यांग सेवा समिति ने जताया गर्व
चिड़ावा की परमहंस दिव्यांग सेवा समिति ने इस उपलब्धि पर खुशी जाहिर करते हुए कहा कि यह जीत समाज के हर व्यक्ति के लिए प्रेरणादायक है। विमल कुमार योगी और उनकी टीम ने यह साबित कर दिया कि संकल्प और समर्पण से हर बाधा को पार किया जा सकता है।
आगे की राह
इस स्वर्णिम जीत के बाद राजस्थान की पैरा व्हीलचेयर हॉकी टीम को आगामी अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं के लिए तैयार किया जा रहा है। विमल कुमार योगी ने कहा कि उनका लक्ष्य अगली चैंपियनशिप में भारत के लिए पदक जीतना है।
झुंझुनूं जिले के इन खिलाड़ियों की यह जीत दिव्यांगजनों के खेल क्षेत्र में आगे बढ़ने की प्रेरणा बन गई है।