जापान 8 अगस्त 2024: जापान के दक्षिणी क्षेत्र में आज तड़के एक शक्तिशाली भूकंप आया, जिसकी तीव्रता रिक्टर स्केल पर 6.9 मापी गई है। भूकंप का केंद्र मियाजाकी क्षेत्र में था, जहां से तीव्र झटके महसूस किए गए। स्थानीय समय अनुसार, भूकंप के बाद सुनामी की चेतावनी भी जारी कर दी गई है।
भूकंप की तीव्रता और स्थान
स्रोतों के अनुसार, भूकंप की तीव्रता कुछ रिपोर्ट्स में 7.1 भी बताई गई है। भूकंप का केंद्र जापान के क्यूशू द्वीप के पूर्वी तट पर लगभग 30 किलोमीटर की गहराई में था। इस शक्तिशाली भूकंप के परिणामस्वरूप क्यूशू के दक्षिणी तट और पास के शिकोकू द्वीप पर 1 मीटर तक की लहरें उठने की चेतावनी दी गई है।
भूकंप का प्रभाव और पूर्ववर्ती घटनाएँ
भूकंप के झटके इतने तेज थे कि डरे-सहमे लोग अपने घरों और दफ्तरों से बाहर निकल आए। भूकंप के बाद की स्थिति को देखते हुए, स्थानीय अधिकारियों ने सूनामी की चेतावनी जारी की है। इससे पहले, 1 जनवरी को जापान के उत्तर-मध्य क्षेत्र नोटो में आए भूकंप में 240 से अधिक लोगों की मौत हो गई थी।
भूकंप की वजह और उसका मापन
भूकंप तब आता है जब पृथ्वी की टेक्टोनिक प्लेट्स एक-दूसरे से टकराती हैं। इन प्लेट्स के टकराने से जो दबाव बनता है, वह टूटकर बाहर आता है, जिससे भूकंप के झटके महसूस होते हैं। भूकंप की तीव्रता का मापन रिक्टर स्केल से किया जाता है, जो 1 से 9 तक के पैमाने पर आधारित होता है। इस स्केल पर भूकंप की तीव्रता के अनुसार उसकी भयावहता का अंदाजा लगाया जाता है।
रिक्टर स्केल और उसके प्रभाव
रिक्टर स्केल की माप:
- 0 से 1.9: केवल सीज्मोग्राफ से पता चलता है।
- 2 से 2.9: हल्का कंपन।
- 3 से 3.9: ट्रक के गुजरने जैसा असर।
- 4 से 4.9: खिड़कियां टूट सकती हैं और दीवारों पर टंगी फ्रेम गिर सकती हैं।
- 5 से 5.9: फर्नीचर हिल सकता है।
- 6 से 6.9: इमारतों की नींव दरक सकती है, ऊपरी मंजिलों को नुकसान हो सकता है।
- 7 से 7.9: इमारतें गिर जाती हैं, पाइप फट जाते हैं।
- 8 से 8.9: बड़े पुल और इमारतें भी गिर जाती हैं, सुनामी का खतरा।
- 9 और उससे ज्यादा: व्यापक तबाही, समंदर के पास होने पर सुनामी का खतरा।