नई दिल्ली: अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) में ऐतिहासिक बदलाव करते हुए जय शाह ने 1 दिसंबर 2024 को चेयरमैन का पदभार संभाल लिया। 36 वर्षीय जय शाह ने न्यूजीलैंड के ग्रेग बार्कले का स्थान लिया। शाह इस पद पर पहुंचने वाले पांचवें भारतीय हैं। इससे पहले जगमोहन डालमिया, शरद पवार, एन श्रीनिवासन और शशांक मनोहर भी आईसीसी के शीर्ष पद पर रह चुके हैं। जय शाह को इस वर्ष अगस्त में निर्विरोध चुना गया था।
आईसीसी चेयरमैन बनने वाले सबसे कम उम्र के प्रशासक
जय शाह ने आईसीसी चेयरमैन बनने के बाद कहा, “मैं इस जिम्मेदारी को निभाने के लिए सम्मानित महसूस कर रहा हूं। आईसीसी निदेशकों और बोर्ड के सदस्यों के समर्थन एवं विश्वास के लिए आभारी हूं। यह खेल के लिए रोमांचक समय है क्योंकि हम 2028 लॉस एंजेलिस ओलंपिक की तैयारी कर रहे हैं। हमारी प्राथमिकता क्रिकेट को अधिक समावेशी और आकर्षक बनाना है।”
शाह ने वूमेन्स क्रिकेट और विभिन्न प्रारूपों के सह-अस्तित्व की आवश्यकता पर भी बल दिया। उन्होंने कहा, “क्रिकेट में वैश्विक स्तर पर अपार संभावनाएं हैं। मैं इन अवसरों का लाभ उठाने और खेल को नई ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए सदस्य देशों और आईसीसी टीम के साथ मिलकर काम करने के लिए तत्पर हूं।”
जय शाह का प्रशासनिक सफर
जय शाह का क्रिकेट प्रशासन में सफर 2009 में गुजरात क्रिकेट एसोसिएशन से शुरू हुआ। अहमदाबाद में दुनिया के सबसे बड़े क्रिकेट स्टेडियम के निर्माण में उन्होंने अहम भूमिका निभाई। 2019 में शाह भारतीय क्रिकेट नियंत्रण बोर्ड (BCCI) के मानद सचिव बने। वे एशियाई क्रिकेट परिषद (ACC) के अध्यक्ष और आईसीसी की वित्त एवं वाणिज्यिक मामलों की समिति के अध्यक्ष का पद भी संभाल चुके हैं।
ग्रेग बार्कले को दिया धन्यवाद
शाह ने ग्रेग बार्कले के योगदान की सराहना करते हुए कहा, “पिछले चार वर्षों में आईसीसी में बार्कले द्वारा किए गए प्रयासों के लिए मैं आभार प्रकट करता हूं। अब हमारा लक्ष्य क्रिकेट की पहुंच और विकास को विश्व स्तर पर बढ़ाना है।”
भारतीय इतिहास में पांचवें आईसीसी प्रमुख
जय शाह से पहले जगमोहन डालमिया और शरद पवार ने आईसीसी प्रेसिडेंट का पद संभाला था। हालांकि, 2016 में यह पद समाप्त कर दिया गया था। एन श्रीनिवासन और शशांक मनोहर आईसीसी चेयरमैन रहे हैं। शाह इस पद पर पहुंचने वाले सबसे युवा प्रशासक हैं।