नई दिल्ली: भारत ने संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद (UNHRC) में जम्मू-कश्मीर पर पाकिस्तान और तुर्की द्वारा की गई टिप्पणियों का करारा जवाब दिया है। भारत ने कहा है कि जम्मू-कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है और इस पर किसी भी देश को टिप्पणी करने का अधिकार नहीं है।
भारत की प्रथम सचिव अनुपमा सिंह ने UNHRC में कहा, “जम्मू-कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है और इस पर किसी भी देश को टिप्पणी करने का अधिकार नहीं है। हम पाकिस्तान और तुर्की द्वारा की गई टिप्पणियों को खारिज करते हैं।”
उन्होंने कहा, “पाकिस्तान खुद मानवाधिकार उल्लंघन का सबसे बड़ा उदाहरण है। पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों का उत्पीड़न होता रहता है।”
अनुपमा सिंह ने तुर्की पर भी निशाना साधते हुए कहा, “तुर्की को अपने मानवाधिकार रिकॉर्ड पर ध्यान देना चाहिए। तुर्की में भी अल्पसंख्यकों का उत्पीड़न होता रहता है।”
उन्होंने कहा, “भारत जम्मू-कश्मीर में मानवाधिकारों की रक्षा करने के लिए प्रतिबद्ध है। भारत सरकार ने जम्मू-कश्मीर में कई विकास योजनाएं शुरू की हैं, जिससे वहां के लोगों का जीवन स्तर बेहतर हो सके।”
पाकिस्तान और तुर्की की टिप्पणी
पाकिस्तान और तुर्की ने UNHRC में जम्मू-कश्मीर में मानवाधिकारों की स्थिति पर चिंता व्यक्त की थी। पाकिस्तान ने कहा था कि जम्मू-कश्मीर में भारतीय सुरक्षा बलों द्वारा मानवाधिकारों का उल्लंघन किया जा रहा है। तुर्की ने भी जम्मू-कश्मीर में मानवाधिकारों की स्थिति पर चिंता व्यक्त की थी।
भारत का जवाब
भारत ने पाकिस्तान और तुर्की की टिप्पणियों को खारिज करते हुए कहा कि जम्मू-कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है और इस पर किसी भी देश को टिप्पणी करने का अधिकार नहीं है। भारत ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में मानवाधिकारों की रक्षा करने के लिए प्रतिबद्ध है।