श्रीनगर, जम्मू-कश्मीर: रविवार को श्रीनगर-लेह राष्ट्रीय राजमार्ग के जोजिला तलहट्टी में स्थित जैडमोढ़ सुरंग परियोजना पर आतंकियों ने बड़ा हमला किया। गगनगीर, सोनमर्ग में श्रमिकों के शिविर पर हुए इस हमले में सात श्रमिकों की मौत हो गई, जबकि पांच अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए। हमले के बाद सुरक्षा बलों ने इलाके की घेराबंदी कर आतंकियों की धरपकड़ के लिए व्यापक तलाशी अभियान चलाया है।
घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया
सभी घायल श्रमिकों को तत्काल इलाज के लिए शेर-ए-कश्मीर आयुर्विज्ञान संस्थान, सौरा में भर्ती कराया गया है। मरने वालों में गुरमीत सिंह (पंजाब), अनिल शुक्ला (मध्य प्रदेश), मोहम्मद हनीफ, कलीम और फहीम नासिर (बिहार), शशि अब्रॉल (जम्मू) शामिल हैं। घायलों की पहचान इंदर यादव (बिहार), मोहन लाल (कठुआ), फैयाज अहमद लोन (प्रेंग कंगन) और जगतार सिंह (कठुआ) के रूप में हुई है।
घटना के समय श्रमिक खाना खाने जा रहे थे
जानकारी के मुताबिक, रात के लगभग 8 बजे श्रमिक और अधिकारी अपनी मेस में खाना खाने के लिए जा रहे थे, जब आतंकी शिविर के बाहरी हिस्से में पहुंचे और स्वचालित हथियारों से अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी। हमले के दौरान करीब तीन से चार मिनट तक गोलीबारी चली, जिससे वहां अफरा-तफरी मच गई। श्रमिक अपनी जान बचाने के लिए इधर-उधर भागने लगे, लेकिन कुछ श्रमिक गोली लगने से वहीं गिर पड़े। आतंकी हमले के बाद फरार हो गए।
सेना और पुलिस ने संभाली स्थिति
गोलियों की आवाज सुनकर पास के शिविरों से सेना, सीआरपीएफ और पुलिस के जवान तुरंत मौके पर पहुंचे। उन्होंने वहां मौजूद अन्य लोगों की मदद से घायलों को अस्पताल पहुंचाया। सुरक्षाबलों ने इलाके की घेराबंदी कर आतंकियों की खोज के लिए सघन तलाशी अभियान शुरू कर दिया है। फिलहाल हमलावरों का कोई सुराग नहीं मिल पाया है, लेकिन सुरक्षा एजेंसियां पूरी तरह सतर्क हैं।
केंद्रीय गृह मंत्री और उमर अब्दुल्ला ने जताया शोक
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इस कायरतापूर्ण हमले पर दुख जताते हुए ट्वीट किया, “जम्मू-कश्मीर के गगनगीर में नागरिकों पर हुआ आतंकी हमला घृणित और नृशंस कृत्य है। इस जघन्य घटना में शामिल आतंकियों को बख्शा नहीं जाएगा और उन्हें कड़ी सजा मिलेगी। मेरी संवेदनाएं मृतकों के परिवारों के साथ हैं, और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं।”
जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने भी इस हमले की कड़े शब्दों में निंदा की। उन्होंने कहा, “गगनगीर से दुखद समाचार प्राप्त हुआ है। इस आतंकी हमले में कई श्रमिकों की मौत हुई है, जो एक महत्वपूर्ण परियोजना पर काम कर रहे थे। मैं इस हमले की निंदा करता हूं और पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं।”
जोजिला सुरंग परियोजना पर हमला
जैडमोढ़ सुरंग, जोजिला सुरंग परियोजना का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। यह सुरंग परियोजना श्रीनगर से लगभग 68 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है और सर्दियों में बंद रहने वाले सोनमर्ग के मार्ग को सालभर खुला रखने के उद्देश्य से बनाई जा रही है। सुरंग के निर्माण का कार्य एपीसीओ नामक कंपनी द्वारा किया जा रहा है, लेकिन काम पूरा न होने के कारण इसे अभी यातायात के लिए नहीं खोला गया है। सुरंग के निर्माण से सफर का समय एक घंटे से घटकर मात्र 15 मिनट रह जाएगा।
तीन दिनों में दूसरा आतंकी हमला
यह आतंकी हमला कश्मीर घाटी में तीन दिनों के भीतर अन्य राज्यों के श्रमिकों पर हुआ दूसरा हमला है। इससे पहले, दक्षिण कश्मीर के शोपियां में आतंकियों ने बिहार निवासी अशोक चौहान की हत्या कर दी थी।
सुरक्षा बलों ने इलाके में तलाशी अभियान जारी रखा है और आतंकियों की गिरफ्तारी के लिए हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं। इस हमले से सुरक्षाबलों और सरकार के सामने नई चुनौती खड़ी हो गई है, क्योंकि इस प्रकार के हमले घाटी में चल रहे विकास कार्यों में बाधा उत्पन्न कर रहे हैं।