चिड़ावा: पुलिस ने बड़ी सफलता हासिल करते हुए सात वर्ष से फरार चल रहे जानलेवा हमले के आरोपी और 299 सीआरपीसी में मफरूर वारंटी सुशील को गिरफ्तार कर लिया। आरोपी वर्ष 2018 में अपने सगे भाई पर कुल्हाड़ी से हमला करने के बाद गायब हो गया था और लगातार पुलिस की तलाश से बचता फिर रहा था।
ओजटू निवासी अंजूदेवी ने 29 मई 2018 की रात दर्ज कराई रिपोर्ट में बताया था कि उसके जेठ सुशील पुत्र फूलचंद स्वामी ने करीब 10.30 बजे दीवार फांदकर घर में घुसकर उसके पति रविन्द्र पर कुल्हाड़ी से हमला किया था। हमले में रविन्द्र के गर्दन और हाथ पर गंभीर चोटें आई थीं। आरोप है कि सुशील धमकी देकर भाग गया था। इस आधार पर पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की।
हमले के बाद सुशील लगातार फरार रहा। पुलिस ने कई बार तलाश की, लेकिन सुराग नहीं मिला। इसी दौरान आरोपी के खिलाफ 299 सीआरपीसी के तहत वारंट जारी करवाकर चालान अदालत में भेजा गया। प्रकरण वर्षों तक लंबित रहा क्योंकि आरोपी का कोई पता नहीं लग पा रहा था।
9 दिसंबर 2025 को चिड़ावा थाने के पुलिसकर्मी अमित सिहाग को सूचना मिली कि वारंटी सुशील गांव ओजटू में आया हुआ है। सूचना मिलते ही थानाधिकारी आशाराम गुर्जर के नेतृत्व में टीम ने तुरंत दबिश दी और सुशील को मौके पर ही पकड़ लिया। पूछताछ में उसने बताया कि वह राजगढ़ (चूरू) में एक गौशाला में काम करता था और वहीं छिपकर रहा।
इस पूरी कार्रवाई का नेतृत्व थानाधिकारी आशाराम गुर्जर, पुलिसकर्मी बलबीर सिंह चावला, अमित सिहाग, प्रदीप कुमार और महेंद्र कुमार ने मिलकर टीम बनाकर आरोपी को गिरफ्तार किया। सुशील को 10 दिसंबर को न्यायालय में पेश किया गया।
वारंटी सुशील कुमार पुत्र फूलचंद, दत्तक पुत्र पूर्णमल स्वामी, उम्र 30 वर्ष, निवासी ओजटू (थाना चिड़ावा) को वर्ष 2018 से गंभीर अपराध में वांछित माना जा रहा था। पुलिस के अनुसार वह लगातार स्थान बदलकर छिपता रहा।




