झुंझुनू: जिले के चिड़ावा शहर में श्रीमद् भागवत कथा का शुभारंभ बुधवार को भव्य कलश शोभायात्रा के साथ हुआ। नगर सेठ कल्याण राय मंदिर में पूजन के बाद शोभायात्रा गाजे-बाजे और श्रद्धालुओं के उत्साह के बीच विभिन्न मार्गों से होते हुए कथा स्थल पहुंची। कथा वाचक प्रभुशरण तिवाड़ी ने पहले दिन कथा का महत्व बताते हुए कहा कि भागवत श्रवण से जीवन के सारे पाप मिट जाते हैं और यह पितरों को मोक्ष प्रदान करती है।
कथा की शुरुआत कल्याण राय मंदिर में विधिवत पूजन के साथ हुई। इसके बाद आचार्य आमोद शर्मा, आचार्य नरेश जोशी और आचार्य विक्रम शर्मा के सानिध्य में मुख्य यजमान रामोतार और कलावती देवी सहित अशोक शर्मा, सीमा शर्मा, प्रमोद शर्मा, अनिल शर्मा, वेदप्रकाश शर्मा, सुशील शर्मा, विनोद शर्मा और संजय श्योपुरा ने मंत्रोच्चार के बीच भागवत ग्रंथ की स्थापना की।
कथा वाचक प्रभुशरण तिवाड़ी, जिन्हें दो राष्ट्रीय पुरस्कारों से सम्मानित किया जा चुका है, ने कहा कि भागवत कथा सबसे पवित्र धर्मग्रंथ है। पितृ पक्ष में कथा करवाना अत्यंत पुण्यदायी माना जाता है। उन्होंने धुंधकारी और परीक्षित चरित्र का वर्णन करते हुए बताया कि यह कथा श्रवण मात्र से पितृगण प्रसन्न होकर आशीर्वाद देते हैं।
कथा के पहले दिन राजेंद्र भगत और लाल राणा के भजनों ने श्रद्धालुओं को भावविभोर कर दिया। सुरेश शेखावत के निर्देशन में भगवान विष्णु की सजीव झांकी सजाई गई, जिसने माहौल को दिव्य बना दिया।
इस आयोजन में सज्जन ककरानिया, प्रदीप पुजारी, सुभाष पांडे, महेंद्र शर्मा, राकेश शर्मा, राजेश शर्मा, मिंटू शर्मा, मुकेश शर्मा, श्याम सुंदर शर्मा, अजय शर्मा, ग्यारसीलाल और सुभाष धाबाई सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु महिला-पुरुष शामिल हुए और कथा श्रवण कर पुण्य अर्जित किया।