चिड़ावा, 11 अक्टूबर 2024: चिड़ावा के विवेकानंद चौक के पास साहित्यकार डॉक्टर ओमप्रकाश पचरंगिया मार्ग स्थित नोहरे में चल रही रामलीला के दौरान गुरुवार को श्री राम ने लंका पर चढ़ाई से पहले समुद्र के किनारे रामेश्वरम ज्योतिर्लिंग की स्थापना की। यह अद्भुत दृश्य दर्शकों के लिए काफी मनमोहक रहा।
रामेश्वरम ज्योतिर्लिंग की स्थापना का महोत्सव
रामलीला में राम ने विद्वान पंडित रावण को बुलवाकर रामेश्वरम ज्योतिर्लिंग की स्थापना की। जब राम ने रावण से आशीर्वाद मांगा, तो रावण ने उन्हें “विजयी भव” का आशीर्वाद दिया। इस दौरान अंगद ने रावण के दरबार में प्रवेश किया, जहां उनके संवाद ने उपस्थित जनसमूह को लोट-पोट कर दिया।
अंगद का रावण से संवाद
अंगद ने रावण से अपनी पहचान बताई, जब रावण ने पूछा, “कौन को सुत?” तो अंगद ने जवाब दिया, “बाली को सुत।” इस पर रावण ने चौंकते हुए पूछा, “कौन बाली?” अंगद ने व्यंग्य करते हुए बताया कि किस प्रकार रावण के पिता बाली ने उसे छह महीने तक दबाए रखा था। उन्होंने रावण से जानकी माता को छोड़ने और राम की शरण में आने की अपील की, लेकिन रावण ने उनकी बात को नजरअंदाज किया। इस बीच, अंगद ने रावण के घमंड को तोड़ने के लिए अपने पैर को दरबार में जमा दिया, जिससे कोई भी उसे हिला नहीं सका।
मनोरंजन की कमी नहीं
रामलीला में सुख और सारण का किरदार निभाते हुए मोतीलाल शर्मा और सुभाष धाबाई ने दर्शकों को हंसने पर मजबूर कर दिया। सारण को पकड़ने के दौरान हनुमान और जामवंत ने उसके कपड़े उतरवाने की कोशिश की, जिससे एक के बाद एक 50 कपड़े उसके शरीर से उतारे गए। अंततः सारण रामदल से भागने में सफल हो गया।
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भव्य कलाकारों का प्रदर्शन
इस कार्यक्रम में विभिन्न किरदारों को निभाने वाले कलाकारों ने भी अपने अभिनय का जलवा दिखाया। संतोष ने रावण का, कृष्णा सेन ने राजकुमार का, रवि ने जामवंत का, महेंद्र भारतीय ने हनुमान का, राजेश शर्मा रामजी ने राम का, अनूप हर्षवाल ने लक्ष्मण का, अनूप धाबाई ने अंगद का, भूपेंद्र दायमा ने विभीषण का और दीपेश ने मेघनाथ का रोल निभाया।
दशहरे पर भव्य जुलूस की तैयारी
रामलीला परिषद के अध्यक्ष प्रमोद शर्मा ने बताया कि परिषद की ओर से दशहरे वाले दिन दोपहर में रामलीला मैदान से एक भव्य जुलूस निकाला जाएगा। यह जुलूस रामलीला मैदान से कोर्ट रोड, पुरानी तहसील रोड, कबूतर खाना बस स्टैंड, स्टेशन रोड, नया बस स्टैंड, चुंगी चौराहा, अरड़ावतिया कॉलोनी, मुख्य बाजार, विवेकानंद चौक, तिरंगा स्थल होते हुए बागर पहुंचेगा, जहां 25 फुट ऊंचे रावण के पुतले का दहन किया जाएगा।









