चिड़ावा: सार्वजनिक निर्माण विभाग से संबंधित ठेकेदारों ने बुधवार को चिड़ावा में अधिशासी अभियंता कार्यालय के बाहर 11 सूत्री मांगों को लेकर जोरदार विरोध-प्रदर्शन किया। यह प्रदर्शन संयुक्त संवेदक संघर्ष समिति के नेतृत्व में हुआ जिसमें जिलेभर के संवेदकों ने भाग लिया। समिति ने स्पष्ट किया कि वे प्रदेशस्तरीय टेंडर बहिष्कार आंदोलन के समर्थन में हैं और मांगों के समाधान नहीं होने पर 15 जुलाई से सभी निर्माण कार्य बंद कर देंगे।
संघर्ष समिति की प्रमुख मांगों में पीडब्ल्यूडी सिविल व भवन कार्यों की दोष निवारण अवधि को युक्तिसंगत बनाना, जैसे पीएमसी सीट कोट, डीबीएम, बीसी, सीसी व अन्य निर्माण कार्यों की गारंटी अवधि को क्रमशः एक वर्ष और अधिकतम तीन वर्ष तक सीमित करना शामिल है। ठेकेदारों ने यह भी कहा कि टाइम एक्सटेंशन केसों को निपटाने के लिए उच्च अधिकारियों को सीधे अधिकार दिए जाएं, जिससे अनावश्यक देरी रोकी जा सके।
उन्होंने पंजीयन प्रणाली में बदलाव कर पुराने पंजीकृत संवेदकों से बढ़ी हुई राशि नहीं वसूलने की मांग की। इसके अलावा ठेकेदारों ने निविदा प्रक्रिया में पारदर्शिता और एफडी अथवा आईडी जारी होने के बाद ही टेंडर आमंत्रण की प्रक्रिया अपनाने की बात कही, ताकि ठेकेदारों को बार-बार सरकारी कार्यालयों के चक्कर न लगाने पड़ें।
भुगतान में हो रही देरी को लेकर भी प्रदर्शनकारियों ने गहरी नाराजगी जताई। उन्होंने अनुबंध के तहत किए गए कार्यों के भुगतान समय पर करने की मांग की और कहा कि भुगतान में विलंब की स्थिति में किसी भी प्रकार की पेनाल्टी न लगाई जाए। ईसीएस प्रणाली में सुधार की भी आवश्यकता जताई गई। ठेकेदारों का कहना है कि विभागीय लापरवाही के चलते देरी होती है लेकिन उसका दंड संवेदकों को झेलना पड़ता है।
संघर्ष समिति के पदाधिकारियों ने घोषणा की कि गुरुवार को वे अधीक्षण अभियंता को मांगों का ज्ञापन सौंपेंगे। यदि सरकार ने उनकी समस्याओं पर समाधान नहीं निकाला तो आगामी 15 जुलाई से निर्माण कार्य पूरी तरह ठप कर दिए जाएंगे, जिससे विकास परियोजनाओं पर सीधा असर पड़ेगा।
प्रदर्शन में मोहरसिंह सोलाना, कुलदीप कटेवा, प्रदीप लमोरिया, वीरसिंह डांगी, सत्यनारायण खेड़ला, शैलेंद्र मान, रोहित कटेवा, दलवीर डांगी, मनोज झाझड़िया, सुधीर डांगी, अनिल जोशी, मुकेश कटेवा, रमेश लोहान, छाजूराम सैनी, लालचंद यादव, प्रवीण कुमार, राजेश मंडीवाल, सुरेंद्रसिंह, विनोद कुमार, संजीव महला, सुनील कुमार, संदीप धत्तरवाल, रणधीर सिंह धायल, अमित कुमार, रोहिताश गोदारा, अंकित बुगालिया, वतन बुडानिया, नरेश कटेवा, धर्मेंद्र, विजेंद्र लमोरिया, अक्षय, लोकेश मान, संदीप कटेवा, विकास गढ़वाल, संदीप राव, मनोज झाझड़िया और मनजीत सिंह मौजूद रहे। सभी ने एक स्वर में चेतावनी दी कि मांगे नहीं मानी गईं तो प्रदेशभर में बड़े स्तर पर कार्य बहिष्कार होगा।