सर्वेक्षण बैठक में कर्मचारियों की संख्या को लेकर बहस, विरोध में नगरपालिका के बाहर नारेबाजी
चिड़ावा, 9 मार्च: स्वच्छ भारत मिशन की बैठक में सफाई कर्मचारियों की संख्या को लेकर विवाद के बाद नाराज सफाई कर्मचारियों ने आज नगर पालिका चिड़ावा के बाहर धरना प्रदर्शन किया। खास बात यह रही कि यह विरोध प्रदर्शन उस समय हुआ जब दिल्ली से आई स्वच्छ भारत मिशन की सर्वेक्षण टीम मौजूद थी।
वच्छता सर्वेक्षण को लेकर हुई बैठक, कर्मचारियों की कमी पर विवाद
स्वच्छ भारत मिशन के तहत शुक्रवार को नगर पालिका चिड़ावा में एक बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में जेईएन आकाश जांगिड़, एसआई संदीप लांबा, दीपक जांगिड़, एमएसआई मैनेजर नितेश, सभी स्वच्छता जॉन प्रभारी और जमादार विनोद उपस्थित थे। बैठक का उद्देश्य नगर में जॉन वर्गीकरण, सफाई कर्मचारियों की जॉन-वाइज नियुक्ति और वॉल पेंटिंग के स्थान तय करना था।
कर्मचारियों की कमी को लेकर विवाद, बैठक में गरमाया माहौल
बैठक के दौरान जमादार विनोद ने सफाई कर्मचारियों की संख्या को लेकर सवाल उठाए। उनका कहना था कि नगर पालिका में सफाई कर्मचारियों की भारी कमी है। जो सफाई कर्मी उपलब्ध हैं, उनमें से कुछ को सरकारी कार्यालयों की सफाई का जिम्मा सौंप दिया गया है। इसके अलावा ठेके पर रखे गए सफाई कर्मचारियों की कोई स्पष्ट जानकारी भी उपलब्ध नहीं है।
जेईएन आकाश जांगिड़ ने जमादार विनोद से अपनी शिकायत को लिखित में देने को कहा, लेकिन विनोद ने लिखित में देने से इनकार कर दिया। इस पर दोनों पक्षों के बीच बहस बढ़ गई और माहौल गरमा गया। इसके बाद जेईएन आकाश जांगिड़ ने विनोद को बैठक से बाहर जाने को कह दिया।
स्वच्छ भारत मिशन की टीम पहुंची, सफाई कर्मचारियों ने किया प्रदर्शन
शनिवार को जब स्वच्छ भारत मिशन की सर्वेक्षण टीम चिड़ावा पहुंची, तो जमादार विनोद को बुलाया गया। विनोद ने बताया कि सफाई कर्मचारी हड़ताल पर हैं। कुछ समय बाद सफाई कर्मचारी नगर पालिका पहुंचे और नारेबाजी करते हुए धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया।
कर्मचारियों का आरोप था कि जेईएन आकाश जांगिड़ ने जमादार विनोद के साथ बदतमीजी की और अभद्र व्यवहार करते हुए उन्हें बैठक से बाहर निकाल दिया। दूसरी ओर, जेईएन आकाश जांगिड़ ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि किसी भी प्रकार की बदतमीजी नहीं की गई। उन्होंने कहा कि नगर पालिका में सीसीटीवी कैमरे लगे हैं, जिनकी जांच कर सच्चाई सामने लाई जा सकती है।
नगर पालिका प्रशासन और सफाई कर्मचारियों के बीच बढ़ा तनाव
इस पूरे घटनाक्रम के बाद नगर पालिका प्रशासन और सफाई कर्मचारियों के बीच विवाद गहराता नजर आ रहा है। सफाई कर्मचारियों ने अपनी मांगों को लेकर संघर्ष जारी रखने की चेतावनी दी है।
नगर पालिका के अधिकारियों का कहना है कि स्वच्छता व्यवस्था को सुचारू बनाए रखने के लिए कर्मचारियों की समस्याओं का समाधान निकाला जाएगा। वहीं, सफाई कर्मचारियों ने नगर पालिका प्रशासन से उचित कार्रवाई की मांग की है।
अब देखना होगा कि नगर पालिका प्रशासन और सफाई कर्मचारियों के बीच यह विवाद कैसे सुलझता है और स्वच्छ भारत मिशन की टीम इस मामले को लेकर क्या रुख अपनाती है।