चिड़ावा, 21 अप्रैल 2025: जल संरक्षण और संवर्धन की दिशा में चिड़ावा स्थित राजस्थान शिक्षण संस्थान ने एक उल्लेखनीय पहल की है। झुंझुनू कलेक्टर रामावतार मीणा के मार्गदर्शन और कैलाश हाकिम के सहयोग से संस्थान परिसर में आधुनिक रेन वाटर रिचार्ज सिस्टम की स्थापना का कार्य आरंभ किया गया। इस परियोजना का उद्देश्य संस्थान में जल उपलब्धता सुनिश्चित करना और विद्यार्थियों को जल संरक्षण के महत्व से परिचित कराना है।

रेन वाटर रिचार्ज सिस्टम के निर्माण कार्य का शुभारंभ सोमवार को जिलाधिकारी रामावतार मीणा के मुख्य आतिथ्य में हुआ। कार्यक्रम की अध्यक्षता पुलिस अधीक्षक शरद चौधरी ने की। विशिष्ट अतिथि के रूप में उपखंड अधिकारी नरेश सोनी, पंचायत समिति सदस्य वर्षा सोमरा, डीएसपी विकास धींधवाल, सरपंच चरणसिंह अगवाना और सामाजिक कार्यकर्ता दिनेश राजपुरोहित उपस्थित रहे।
संस्थान निदेशक शिक्षाविद् श्रीराम थालौर, सचिव संजय थालौर और चेयरपर्सन नीतिका थालौर ने अतिथियों का स्वागत किया। अतिथियों ने जल संचय के महत्व पर बल देते हुए कहा कि वर्षा जल संचयन आज के समय की सबसे बड़ी आवश्यकता है। इस दिशा में प्रत्येक संस्था और व्यक्ति को भागीदारी निभानी चाहिए। वक्ताओं ने रेन वाटर रिचार्ज सिस्टम की तकनीकी प्रक्रिया और इसकी प्रभावशीलता के बारे में जानकारी साझा की।
निदेशक श्रीराम थालौर ने बताया कि संस्थान परिसर में बनाए जा रहे इस सिस्टम से वर्षा जल को संरक्षित किया जा सकेगा। संरक्षित जल का उपयोग संस्थान की विभिन्न शैक्षणिक व सहशैक्षणिक गतिविधियों में किया जाएगा। उन्होंने कहा कि यह पहल न केवल जल संकट को दूर करने में सहायक होगी, बल्कि छात्रों में पर्यावरण संरक्षण, जल प्रबंधन और सतत विकास के प्रति जागरूकता भी बढ़ाएगी।

इस अवसर पर शिक्षाविदों और समाजसेवियों की भी उपस्थिति रही, जिनमें विजेंद्र पूनिया, अरविंद भालोठिया, सुभाष बोला, दिनेश गौतम, गोपीचंद जांगिड़, अंजना सोमरा, कुरड़ाराम, संगीता और उज्ज्वल शामिल थे। सभी ने इस प्रयास की सराहना करते हुए इसे एक प्रेरणादायक मॉडल बताया, जिसे अन्य शिक्षण संस्थानों को भी अपनाना चाहिए।