चिड़ावा: शहर के वार्ड संख्या 38 में पेयजल व्यवस्था की लगातार अनदेखी के चलते गुरुवार को स्थानीय नागरिकों का गुस्सा फूट पड़ा। जल संकट से त्रस्त लोगों ने पानी की टंकी के पास पहुंचकर विरोध जताया और पानी की व्यवस्था जल्द बहाल करने की मांग की। प्रदर्शन में बड़ी संख्या में महिलाएं शामिल हुईं जिन्होंने बताया कि बीते पांच से छह दिनों से इलाके में नलों से पानी आना बंद हो गया है। गर्मी के इस विकराल मौसम में परिवारों को पीने के पानी के लिए भारी कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है।
प्रदर्शन कर रही महिलाओं ने चेतावनी दी कि यदि शीघ्र ही पेयजल संकट का समाधान नहीं किया गया तो वे अपना आंदोलन और तेज करेंगी। उन्होंने कहा कि प्रशासन की उदासीनता के चलते बच्चों, बीमारों और बुजुर्गों को भारी परेशानी झेलनी पड़ रही है। स्थानीय महिलाओं ने बताया कि न केवल घरों में पीने का पानी नहीं है, बल्कि टैंकरों के माध्यम से भी नियमित आपूर्ति नहीं हो पा रही है, जिससे हालात बदतर होते जा रहे हैं।
प्रदर्शन में भाग लेने वाली महिलाओं में उषा देवी, विमला देवी, अंजू देवी, मंजू देवी, मिश्री देवी, खुशबु देवी, सरोज देवी, सावित्री देवी, सजना देवी, दुर्गा देवी और निर्मला देवी शामिल थीं। सभी ने एक स्वर में जलदाय विभाग पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि कई बार शिकायतें करने के बावजूद कोई समाधान नहीं निकला।
स्थानीय निवासियों ने प्रशासन से आग्रह किया है कि वे स्थिति की गंभीरता को समझें और जलापूर्ति शीघ्र बहाल करें। लोगों ने आशा जताई कि यदि अब भी जिम्मेदार विभागों ने कार्रवाई नहीं की, तो वे शहरव्यापी आंदोलन शुरू करेंगे।