चिड़ावा, 14 मई 2024: पेयजल की किल्लत से जूझ रहे चिड़ावा के वार्ड दस के निवासियों का धैर्य अब जवाब दे रहा है। पहले पुरुषों ने जलदाय विभाग के अधिकारियों का घेराव किया था, अब महिलाओं ने भी मोर्चा संभाल लिया है।
आज महिलाओं ने जलदाय विभाग के एईएन अशोक पलसानिया और जेईएन निशा कुमारी से मुलाकात कर अपनी समस्या से अवगत कराया। महिलाओं ने आरोप लगाया कि वार्ड में 15 साल पुराने एक ट्यूबवेल से पानी की सप्लाई दी जाती थी, जोकि सही चल रहा था। लेकिन पिछले कुछ समय में तीन जगहों पर अवैध रूप से वाल्व लगा कर सप्लाई रोक दी गई है।
इस वजह से वार्ड के पूर्वी इलाके में 60 से भी अधिक घरों में पानी नहीं पहुंच पा रहा है। महिलाओं ने बताया कि उन्होंने अप्रैल महीने में ही इस समस्या से अवगत कराने के लिए अधिकारियों को ज्ञापन सौंपा था, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है।
गुस्साई महिलाओं ने अधिकारियों को चेतावनी दी है कि यदि जल्द ही इस समस्या का समाधान नहीं किया गया तो वे बड़ा आंदोलन करने को मजबूर होंगी।
इस मौके पर वार्ड नंबर 10 की रहने वाली विमला ढाका, कमला चाहर, पवन चौधरी, प्रियंका, सुरीला, अनीता, संतरा, विमला श्योराण, अंजू, किरण और राजकुमार सहित कई महिलाएं मौजूद थीं।
सूत्रों के अनुसार, जलदाय विभाग के अधिकारियों ने महिलाओं को आश्वासन दिया है कि वे जल्द ही इस समस्या का समाधान कर लेंगे।
यह भी बताया जा रहा है कि अधिकारियों ने पुलिस सुरक्षा मिलने के बाद ही वाल्व हटाने की कार्रवाई करने की बात कही है।
लेकिन महिलाएं इस बात पर अड़ी हुई हैं कि जब तक वाल्व नहीं हटाए जाते और पानी की सप्लाई बहाल नहीं होती, तब तक वे शांत नहीं बैठेंगी।
यह घटना चिड़ावा शहर में पेयजल समस्या की गंभीरता को उजागर करती है। प्रशासन से अपेक्षा है कि वे इस मामले में जल्द से जल्द कार्रवाई करें और लोगों की पेयजल की समस्या का समाधान कराएं।