चनाना: चनाना को तहसील बनाने की मांग को लेकर धरना प्रदर्शन आज पांचवे दिन स्थगित कर दिया गया। पुरानी पुलिस चौकी के पास एक बड़ी जनसभा आयोजित की गई, जिसमें कई प्रमुख नेताओं ने भाग लिया।
जनसभा में नेताओं का संबोधन
जनसभा को भाजपा के लोकसभा प्रत्याशी शुभकरण चौधरी, राष्ट्रीय परिषद के सदस्य विशंभर पूनिया, राजेंद्र भांबू, तहसील संघर्ष समिति के अध्यक्ष बजरंग सिंह चारावास, झुंझुनू भूमि विकास बैंक चेयरमैन शीशराम नेहरा, शिक्षक नेता राजकुमार मूंड, लोयल सरपंच महेंद्र काजला, भुकाना सरपंच इंद्राज, सुनील झाझरिया, राजकुमार ढाका, सुरेंद्र बड़सरा, रणवीर डूडी, इंद्राज सिंह चारावास, रविंद्र पायल ने संबोधित किया।
जयपुर में प्रभारी मंत्री से मुलाकात
चनाना को तहसील बनाने की मांग को लेकर प्रतिनिधिमंडल जयपुर में प्रभारी मंत्री अविनाश गहलोत और झुंझुनू विधानसभा उपचुनाव प्रभारी सुमित गोदारा से मिला। प्रतिनिधिमंडल में भाजपा प्रदेश महामंत्री और पूर्व सांसद संतोष अहलावत, भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष मुकेश दाधीच, सरवन बागड़ी, झुंझुनू भाजपा जिला अध्यक्ष बनवारी लाल सैनी, भाजपा राष्ट्रीय परिषद सदस्य विशंभर पूनिया, रजनीश जोशी शामिल थे।
आश्वासन मिलने के बाद धरना स्थगित
प्रभारी मंत्री ने प्रतिनिधिमंडल को आश्वासन दिया कि उनकी मांग जायज है और इसे जल्द ही पूरा करने का प्रयास किया जाएगा। सभा में शुभकरण चौधरी ने कहा कि चनाना को तहसील बनाने की मांग वाजिब है और इसे पूरा करवाने का पूरा प्रयास किया जाएगा। विशंभर पूनिया और राजेंद्र भांबू ने भी इस मांग को जल्द पूरा करवाने का भरोसा दिलाया।
निजी विद्यालयों का समर्थन
आज सुबह 8:30 बजे चनाना की सभी निजी विद्यालयों ने प्रभाती फेरी निकालकर, चनाना को तहसील बनाने की मांग का समर्थन किया। विद्यार्थी “भारत माता जिंदाबाद” और “वंदे मातरम” के नारे लगाते हुए इस मांग का समर्थन कर रहे थे।
धरना स्थगित करने की घोषणा
सभा के अंत में शुभकरण चौधरी, विशंभर पूनिया और राजेंद्र भांबू के आश्वासन के बाद संघर्ष समिति अध्यक्ष ने धरने को कुछ समय के लिए स्थगित करने की घोषणा की। सभी अतिथियों को धन्यवाद देते हुए उन्होंने कहा कि हमें आप पर विश्वास है और हम उम्मीद करते हैं कि आप हमारी मांग को पूरा करवाएंगे।
वृक्षारोपण कार्यक्रम
सभा के बाद चनाना प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर वृक्षारोपण किया गया, जिसमें डॉक्टर जयपाल लांबा और स्टाफ भी शामिल थे।
सभा में भाग लेने वाले लोग
धरने में उमेद सिंह धनकड़, धर्म सिंह झाझरिया, हाजी लुकमान, पूर्ण सिंह चारावास, कामरेड होशियार सिंह, ओम प्रकाश चारावास, जयनारायण फगेड़िया, गुरदयाल सिंह, सुरेश बड़सरा, राजकुमार जांगिड़, गोवला, रिशाल सिंह पायल, बंटी भाटीवाड, शीशराम धीवा, प्यारेलाल पटवारी, महावीर जांगिड़, दिलीप नेहरा, रोहतास नेहरा, महेंद्र सिंह, बाबूलाल सोनी, मांगीलाल वार्ड पंच, मनजीत सिंह, राजेंद्र, मनीराम काजल, राज वीरेंद्र, सतीश नेहरा, हंसराम, दिलीप सेन, मोहम्मद आबिद, बनवारी लोहार, रामजीलाल काजला, विद्याधर, श्रीचंद वर्मा, भुकाना, हेमराज भुकाना, सुरेंद्र जाट, दुलीचंद कुलहरी, दिलीप सिंह, ओम प्रकाश शर्मा, पप्पू निजामपुरा, धर्मवीर चिडासन, रामदेव सिंह चिडासन, सत्यवीर सिंह, मोहनलाल, महावीर नेहरा, कृष्ण नेहरा, भागीरथ मल ठेकेदार, सूबेदार बजरंग लाल, सुभाष नेहरा, उमेद सिंह, कृष्ण गजराज, केसर देव डिगवाल, बहादुर सिंह, मनोज सेन, विद्याधर धीवा, गुलकेस स्वामी, राकेश कुमार, राहुल डारा, कैलाश कुमावत, धर्मेंद्र सैनी, मनोज कुमार, बिजेंदर धनखड़, विजय कुमार, समर सिंह, सत्यवीर सिंह, जयकरण धीवा, जयनारायण हवलदार, नरोत्तम, रंगलाल स्वामी, होशियार सिंह स्वामी, मेहर चंद, ओम प्रकाश, विनोद जांगिड़, रोहतास कुमार, सवाई सिंह चाहर, मांगीलाल, ईश्वर राम, धर्मपाल, लीलाधर, भगासरा, बलबीर सिंह, हजारीलाल शर्मा, महिपाल शर्मा, अनिल कुमार, राहुल, लालचंद स्वामी, उमेश कुमार, उमेश नेहरा, नरेश, कुलदीप, रामदेव सिंह, पवन कुमार, जगदीश, प्रताप कुमार, राजेंद्र, प्यारेलाल चारावास, धन सिंह, लतीफ खान निजामपुरा, महिपाल, रामस्वरूप, सुमर सिंह झाझरिया, सीताराम योगी, हरि सिंह, अजय कुमार, शरीफ, राकेश, सद्धाम, आदित्य मित्तल, राधा कृष्ण केडिया, जितेंद्र कुमार, मनीष मोदी, इरफान खान, रोहिताश, सुनील काजला सहित बहुत बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे।