पिलानी: क्षेत्र की ग्राम पंचायत खुड़िया में महिला सुरक्षा को लेकर एक महत्वपूर्ण पहल देखने को मिली, जहां जिला पुलिस झुंझुनूं के तत्वावधान में सुरक्षा सखी प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में महिलाओं को यातायात नियमों, साइबर अपराध से बचाव और महिला अधिकारों की व्यावहारिक जानकारी दी गई, जिससे ग्रामीण स्तर पर सुरक्षा और जागरूकता को मजबूती मिलेगी।
महिला सुरक्षा और जागरूकता को लेकर जिला पुलिस की पहल
ग्राम पंचायत खुड़िया में आयोजित इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य महिलाओं को कानून के प्रति सजग बनाना, उन्हें आत्मनिर्भर बनाना और ग्रामीण समाज में महिला सुरक्षा की मजबूत कड़ी तैयार करना रहा। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में सुरक्षा सखियां, नरेगा कर्मी और ग्रामीण महिलाएं उपस्थित रहीं, जिन्होंने प्रशिक्षण को गंभीरता से सुना और समझा।
यातायात नियमों पर दिया गया व्यावहारिक प्रशिक्षण
कार्यक्रम के दौरान मंड्रेला थाना से आई सुरक्षा प्रभारी सुभिता ने सुरक्षा सखियों और नरेगा कर्मियों को सड़क सुरक्षा से जुड़े महत्वपूर्ण नियमों की जानकारी दी। उन्होंने हेलमेट और सीट बेल्ट के उपयोग, वाहन चलाते समय नियमों के पालन और सड़क दुर्घटनाओं से बचाव के उपायों पर विशेष जोर दिया, ताकि ग्रामीण क्षेत्रों में सड़क हादसों को कम किया जा सके।

साइबर अपराध और महिला अधिकारों पर विशेष सत्र
जिला एरिया को-ऑर्डिनेटर रवि शर्मा ने साइबर अपराध के बढ़ते मामलों को लेकर महिलाओं को सतर्क किया। उन्होंने ऑनलाइन ठगी, फर्जी कॉल, सोशल मीडिया के माध्यम से होने वाले अपराध, अनजान लिंक पर क्लिक करने और ओटीपी साझा करने से होने वाले नुकसान की विस्तार से जानकारी दी। साथ ही घरेलू हिंसा, साइबर उत्पीड़न, छेड़छाड़ और महिला सुरक्षा से जुड़े कानूनी अधिकारों पर भी प्रकाश डाला गया।
सुरक्षा सखियों का सम्मान, बढ़ाया गया मनोबल
कार्यक्रम के दौरान सरपंच संतोष कंवर ने नीमराना थाना से आई वरिष्ठ सुरक्षा सखी किरण, अरुणा देवी, शाहजहांपुर थाना की सरिता देवी और बबाई थाना की सुशीला देवी का माला और शॉल ओढ़ाकर सम्मान किया। वहीं मंड्रेला थाना से आई सुरक्षा सखी नीलम, मुकेश देवी और रितु शर्मा का ग्राम पंचायत खुड़िया की सुरक्षा सखियों मनोज कंवर, सुलोचना कंवर और नेहा कंवर द्वारा सम्मान किया गया, जिससे सभी सुरक्षा सखियों का उत्साह और आत्मविश्वास बढ़ा।

समाज को दिया गया महिला सुरक्षा और कानून जागरूकता का संदेश
कार्यक्रम के अंत में उपस्थित महिलाओं और ग्रामीणों को समाज में महिला सुरक्षा को प्राथमिकता देने, कानून के प्रति सजग रहने और किसी भी आपात स्थिति में तुरंत सहायता लेने का संदेश दिया गया। इस आयोजन को ग्रामीण महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक मजबूत कदम माना जा रहा है।





