गुजरात-राजस्थान: नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) और गुजरात आतंकवाद निरोधी दस्ते (एटीएस) ने एक संयुक्त अभियान में 4 राज्यों में छापेमारी कर 13 आरोपियों को हिरासत में लिया है। इस दौरान 4 हाईटेक नशीली दवाओं की लैब का भी भंडाफोड़ किया गया है। इन लैब से भारी मात्रा में ड्रग्स बरामद हुई है, जिसकी कीमत 230 करोड़ रुपये आंकी गई है।
छापेमारी कहां-कहां हुई?
सुबह 4 बजे से शुरू हुई इस कार्रवाई में एनसीबी और एटीएस की टीमों ने राजस्थान के जालोर जिले के भीनमाल और ओसियां, और गुजरात के गांधीनगर और अमरेली में छापेमारी की।
क्या बरामद हुआ?
इन छापेमारियों में कुल 149 किलोग्राम एमडी (मेफेड्रोन), 50 किलोग्राम एफेड्रिन, 200 लीटर एसिटोन और अन्य रसायन बरामद किए गए हैं। साथ ही, ड्रग्स बनाने के लिए इस्तेमाल होने वाले कई उपकरण भी जब्त किए गए हैं।
गिरफ्तार आरोपी कौन हैं?
गिरफ्तार किए गए आरोपियों में से कुछ की पहचान मनोहर लाल (अहमदाबाद), कुलदीप सिंह (गांधीनगर), रामप्रताप (ओसियां, जोधपुर), नितिन काबड़िया और किरीट मंडाविया (अमरेली) के रूप में हुई है।
कार्रवाई कैसे शुरू हुई?
गुजरात के डीजीपी विकास सहाय के अनुसार, एटीएस को करीब दो महीने पहले सूचना मिली थी कि अहमदाबाद और गांधीनगर के कुछ लोग अवैध रूप से ड्रग्स बना रहे हैं। इस सूचना पर एटीएस ने एनसीबी के साथ मिलकर कार्रवाई शुरू की।
यह एक बड़ी सफलता है:
एनसीबी के अधिकारियों का कहना है कि यह एक बड़ी सफलता है और इससे नशीली दवाओं की तस्करी के खिलाफ लड़ाई में काफी मदद मिलेगी। वे आगे भी इस तरह की कार्रवाई जारी रखने की बात कह रहे हैं।