आईपॉड के आविष्कारक टोनी फैडेल एक बार फिर अपनी क्रांतिकारी सोच से दुनिया को चौंका रहे हैं। इस बार उन्होंने गायों की डकार और पाद से निकलने वाले मीथेन को हीरे में बदलने की तकनीक विकसित की है।
ब्रातिस्लावा में स्टार्मस फेस्टिवल में अपने इस नए प्रयोग का खुलासा करते हुए फैडेल ने कहा, “इतने सालों में मैंने अरबों-खरबों प्रोडक्ट बनाए, जिनका लोग आज भी इस्तेमाल कर रहे हैं। लेकिन अब मैं अपना ज्यादातर समय धरती की मदद करने वाले प्रोडक्ट बनाने में खर्च कर रहा हूं।”
मीथेन रिसाव का पता लगाने के लिए मीथेनसैट नामक उपग्रह लॉन्च करने में भी उनका महत्वपूर्ण योगदान रहा है।
मीथेन को हीरे में बदलने की प्रक्रिया
फैडेल की कंपनी, डायमंड फाउंड्री, जमीन से या गायों जैसे जानवरों से बायोमीथेन इकट्ठा करती है। इस मीथेन में भारी मात्रा में कार्बन के अणु होते हैं, जिन्हें हीरे बनाने के लिए निकाला जाता है और क्रिस्टलीकृत किया जाता है।
इन हीरों का उपयोग
फिलहाल इन हीरों का उपयोग मुख्य रूप से इलेक्ट्रॉनिक्स में किया जाता है।
डकार कम करने का तरीका
फैडेल मीथेन रिसाव को स्रोत पर ही रोकने की भी कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने सीएच4 ग्लोबल नामक एक कंपनी भी स्थापित की है जो लाल समुद्री शैवाल बनाती है।
लाल समुद्री शैवाल को चारे के साथ मिलाकर जानवरों को खिलाने से उनकी डकार 80 से 90 फीसदी तक कम हो सकती है।
मीथेन का प्रभाव
संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम के अनुसार, मीथेन कार्बन डाइऑक्साइड से 80 गुना अधिक हानिकारक है और यह 20 वर्षों तक वायुमंडल में रहती है।
- टोनी फैडेल की वेबसाइट: https://tonyfadell.com/
- डायमंड फाउंड्री की वेबसाइट: https://www.df.com/
- सीएच4 ग्लोबल की वेबसाइट: https://ch4global.com/