बिहार: बिहार के बक्सर जिले के छोटे से गांव भेलपुर की बेटी कमला परसाद बिसेसर ने एक बार फिर विदेश में भारत का नाम रोशन किया है। कैरेबियाई देश त्रिनिदाद और टोबैगो में 28 अप्रैल को संपन्न आम चुनावों में उनकी पार्टी यूनाइटेड नेशनल कांग्रेस (UNC) ने भारी बहुमत से जीत दर्ज कर, 10 वर्षों बाद सत्ता में वापसी की है। इस जीत के साथ कमला फिर से देश की प्रधानमंत्री बनने जा रही हैं, जिससे भारत खासकर बिहार में खुशी की लहर दौड़ गई है।

दो प्रमुख दलों में सीधा मुकाबला
इस चुनाव में मुख्य मुकाबला सत्तारूढ़ पीपल्स नेशनल मूवमेंट (PNM) के नेता स्टुअर्ट यंग और कमला की पार्टी यूनाइटेड नेशनल कांग्रेस के बीच था। जनता ने एक बार फिर से कमला के अनुभव और नेतृत्व पर भरोसा जताते हुए उन्हें निर्णायक जीत दिलाई। यह जीत त्रिनिदाद और टोबैगो में सत्ता परिवर्तन का प्रतीक बन गई है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की शुभकामनाएं
भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कमला परसाद बिसेसर को उनकी जीत पर हार्दिक बधाई दी। अपने X (पूर्व ट्विटर) पोस्ट में उन्होंने लिखा:
“@MPKamla को चुनाव में जीत पर हार्दिक बधाई। हम त्रिनिदाद और टोबैगो के साथ अपने ऐतिहासिक रूप से घनिष्ठ और पारिवारिक संबंधों को संजोकर रखते हैं। मैं हमारे लोगों की साझा समृद्धि और भलाई के लिए हमारी साझेदारी को और मजबूत करने के लिए आपके साथ मिलकर काम करने के लिए उत्सुक हूं।”
कमला की जीत का श्रेय: जनता को समर्पित सफलता
कमला बिसेसर ने अपने विजय भाषण में इस जीत को जनता की जीत बताया। उन्होंने कहा कि यह सफलता वरिष्ठ नागरिकों को पेंशन, सरकारी कर्मचारियों को वेतनवृद्धि, बच्चों के अस्पताल को पुनः खोलने और 50,000 से अधिक रोजगार सृजन के प्रति उनकी प्रतिबद्धता की पुष्टि है। उन्होंने कहा,
“यह जीत लोगों के संघर्ष, विश्वास और आशाओं की जीत है। मैं हर वादे को निभाने के लिए प्रतिबद्ध हूं।”
भारत से गहरा रिश्ता: पूर्वजों की धरती पर आज भी गूंज
कमला परसाद बिसेसर का भारत से गहरा पारिवारिक और भावनात्मक संबंध रहा है। उनके पिता पंडित राम लखन मिश्रा बिहार के बक्सर जिले के भेलपुर गांव से थे, जो काम की तलाश में त्रिनिदाद और टोबैगो गए थे और वहीं बस गए। कमला ने 2012 में अपने पूर्वजों के गांव का दौरा किया था और भारत की संस्कृति से अपने लगाव को कई बार सार्वजनिक मंचों पर व्यक्त किया है।

बक्सर के भेलपुर गांव में उल्लास का माहौल
कमला की जीत की खबर जैसे ही बक्सर के भेलपुर गांव पहुंची, वहां जश्न का माहौल छा गया। ग्रामीणों ने मिठाइयां बांटीं, ढोल-नगाड़ों के साथ नाच-गान हुआ और गांव के बुजुर्गों ने गर्व के साथ कहा, “हमारी बेटी ने पूरी दुनिया में भारत का नाम रोशन किया है।”
प्रोफाइल: कौन हैं कमला परसाद बिसेसर?
- उम्र: 73 वर्ष
- पेशे: वकील और शिक्षक
- राजनीतिक सफर:
- 2010–2015: त्रिनिदाद और टोबैगो की पहली महिला प्रधानमंत्री
- 2025: दोबारा चुनाव जीतकर प्रधानमंत्री पद की ओर
- पार्टी: यूनाइटेड नेशनल कांग्रेस (UNC)
- पहचान: भारतीय मूल की पहली महिला जिन्होंने कैरेबियन राष्ट्र में शीर्ष पद हासिल किया