परषोत्तम रूपाला विवाद को लेकर बड़ी खबर सामने आई है। गुजरात मे क्षत्रिय करणी सेना परिवार प्रमुख राज शेखावत को हिरासत में लिया गया है। शेखावत की पुलिस से तीखी नोकझोंक भी हुई। पुलिस वैन में बिठाते समय पुलिसकर्मी द्वारा पगड़ी उतराने पर राज शेखावत चिल्लाने लगे।
बीजेपी के लोकसभा प्रत्याशी परषोत्तम रूपाला के विवादित बयान को लेकर क्षत्रिय समाज की ओर से विरोध प्रदर्शन और कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। गुजरात करणी सेना के अध्यक्ष राज शेखावत ने क्षत्रियों से आज दोपहर 2 बजे कमलम में भगवा झंडे और मजबूत लाठियों के साथ विरोध प्रदर्शन में शामिल होने के लिए कहा था। राज शेखावत जयपुर से अहमदाबाद एयरपोर्ट पहुंचे। यहां उन्हें नजरबंद रखा गया। बाद में पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया और मुख्यालय ले जाया गया। राज शेखावत को क्राइम ब्रांच की टीम ने हिरासत में लिया। हिरासत में लेने के दौरान शेखावत की पुलिस से तीखी नोकझोंक हुई।
इसी दौरान जब शेखावत को पुलिस वैन में बिठाया जा रहा था तो उनकी पगड़ी उतार दी गई तो वह गुस्सा हो गए और चिल्लाकर बोले, ‘पगड़ी को मत छूना।’
हिरासत से पहले राज शेखावत ने एयरपोर्ट से एक वीडियो भी बनाया था। जिसमें उन्होंने कहा कि “मैं जयपुर से आया हूं, अहमदाबाद एयरपोर्ट पर बैठा हूं। बाहर पुलिस की व्यवस्था की गयी है।
मैंने सरकार और प्रशासन से कहा कि अगर आप मुझे और मेरे क्षत्रियों को कमलम तक पहुंचने से रोकेंगे तो मैं आत्मदाह कर लूंगा। तो मुझे मजबूर मत करो। हमें कमलम जाकर अपना आक्रोश प्रस्तुत करने का रास्ता दें। हम कोई रुकावट नहीं चाहते।
रूपाला के बयान से क्षत्रिय संगठन आहत हैं। उनके बयान के बाद से गुजरात के सौराष्ट्र क्षेत्र में लगभग रोजाना प्रदर्शन हो रहे हैं। क्षत्रिय संगठनों की मांग है कि बीजेपी राजकोट से रूपाला की उम्मीदवारी वापस ले और कोई नया नाम दे।
रूपाला अब तक राज्यसभा के सदस्य हैं, लेकिन इस बार बीजेपी ने उन्हें राजकोट लोकसभा सीट का उम्मीदवार बनाया है। अपने नाम का ऐलान होने के साथ ही रुपाला ने चुनाव प्रचार भी शुरू कर दिया, लेकिन इसी दौरान वे कुछ ऐसा बोल गए जिससे बवाल मच गया
क्या कहा था रुपाला ने कि क्षत्रिय समाज हुआ आहत?
दरअसल राजकोट से बीजेपी प्रत्याशी पुरुषोत्तम रूपाला ने 22 मार्च को राजकोट में एक सभा को संबोधित करते हुए कहा था कि तत्कालीन महाराजाओं ने मुगल शासकों और अंग्रेजों के आगे घुटने टेक दिए थे। रूपाला ने कहा था कि इन महाराजाओं ने उनके साथ रोटी-बेटी का संबंध रखा।
हालांकि रूपाला ने पहले ही अपनी टिप्पणियों के लिए माफी मांग ली है, लेकिन क्षत्रिय समाज की समन्वय समिति ने इसे स्वीकार नहीं किया है और कहा है कि वे लोकसभा चुनाव के बाद फिर वही भाषा बोल सकते हैं। राजपूत समुदाय के सदस्यों ने इस टिप्पणी को अपने अपमान के रूप में देखा। उन्होंने भाजपा से रूपाला की उम्मीदवारी वापस लेने या हार का सामना करने के लिए तैयार रहने के लिए कहा है।
राज शेखावत की गिरफ्तारी पर झुंझुनूं कलेक्ट्रेट परिसर मे विरोध प्रदर्शन कर रहे कार्यकर्ताओं को पुलिस ने खदेड़ा
झुंझुनूं कलेक्ट्रेट परिसर में मंगलवार को निर्दलीय प्रत्याशी राज शेखावत के समर्थन में प्रदर्शन कर रहे कार्यकर्ताओं को पुलिस ने खदेड़ा। पुलिस प्रदर्शनकारियों को उठाकर परिसर से बाहर ले गई और 7-8 लोगों को डिटेन भी किया।
प्रदर्शनकारियों का आरोप:
प्रदर्शनकारी चेतन गोयल ने बताया कि निर्दलीय प्रत्याशी शेखावत राजेन्द्र सिंह को अहमदाबाद में गिरफ्तार किया गया था। इसी का विरोध जताने के लिए वे कलेक्ट्रेट परिसर में प्रदर्शन कर रहे थे। उन्होंने बताया कि पुलिस ने उनके साथ अनुचित व्यवहार किया और गाली-गलौज भी की।
पुलिस का बयान:
सीआई पवन चौबे ने बताया कि उन्हें सूचना मिली थी कि कुछ लोग कलेक्ट्रेट परिसर में आचार संहिता का उल्लंघन कर रहे हैं। जब वे मौके पर पहुंचे तो प्रदर्शनकारी नारेबाजी कर रहे थे। उन्होंने बताया कि प्रदर्शनकारियों के पास अनुमति नहीं थी और वे समझाने पर भी नहीं माने। पुलिस ने शांति व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए कार्रवाई की।
झुंझुनू लोकसभा से निर्दलीय प्रत्याशी है राज शेखावत
क्षत्रिय करणी सेना प्रमुख राज शेखावत झुंझुनू लोकसभा से निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं। पिछले दिनो अपने चुनाव प्रचार मे वे पिलानी भी आए थे जहां उन्होने कार्यकर्त्ताओं के साथ मुलाकात भी की थी।