सुएला ब्रेवरमैन का दावा – “ब्रिटेन अगले दो दशकों में पश्चिम का दुश्मन बन सकता है!”
लंदन, 01 फरवरी – ब्रिटेन की राजनीति में भूचाल आ गया है! देश की पूर्व गृह मंत्री सुएला ब्रेवरमैन ने एक सनसनीखेज दावा करते हुए कहा कि ब्रिटेन अगले दो दशकों में “मुस्लिम कट्टरपंथ” के हाथों में जा सकता है और ईरान की तरह पश्चिम के लिए खतरा बन सकता है।
वाशिंगटन डीसी में एक कार्यक्रम के दौरान दिए गए इस बयान ने ब्रिटिश और वैश्विक राजनीति में हलचल मचा दी है।
ब्रिटेन पर इस्लामिक शासन और परमाणु हथियारों का खतरा?
विवादित बयान में सुएला ब्रेवरमैन ने कहा,
“ब्रिटेन का भविष्य अनिश्चित है। अगर नेतृत्व कमजोर रहा तो देश जल्द ही मुस्लिम कट्टरपंथी ताकतों के नियंत्रण में आ सकता है। यह पश्चिम का नया दुश्मन बन सकता है, ठीक उसी तरह जैसे ईरान।”
उन्होंने दावा किया कि अमेरिका के उपराष्ट्रपति जे.डी. वेंस पहले ही इस खतरे की ओर इशारा कर चुके हैं। वेंस के मुताबिक,
“यूके पहला इस्लामिक देश होगा जिसके पास परमाणु हथियार होंगे।”
क्या यह सिर्फ एक राजनीतिक बयानबाजी है, या ब्रिटेन सच में इस दिशा में बढ़ रहा है?
अमेरिका और ब्रिटेन के रिश्तों में दरार?
ब्रेवेरमैन ने अपने भाषण में कहा कि अगर चीजें ऐसे ही चलती रहीं, तो अमेरिका के लिए चीन और रूस से बड़ा खतरा ब्रिटेन बन सकता है।
“ब्रिटेन का नेतृत्व बिखर चुका है। अमेरिका को अपनी रणनीति बदलनी होगी, क्योंकि यूके जल्द ही पश्चिमी दुनिया के लिए सबसे बड़ा खतरा साबित हो सकता है।”
क्या ब्रिटेन वास्तव में अमेरिका के खिलाफ खड़ा होने वाला है?
ब्रेवरमैन का विवादों से पुराना नाता
सुएला ब्रेवरमैन का राजनीतिक करियर विवादों से घिरा रहा है।
- पहले उन्होंने अप्रवासियों को जबरन रवांडा भेजने की योजना का समर्थन किया था, जिससे ब्रिटेन में भारी विरोध हुआ।
- उन्होंने यह भी कहा था कि “जो लोग सड़कों पर रहते हैं, वह उनकी खुद की पसंद होती है!”
- 2023 में, तत्कालीन प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने उन्हें उनके विवादित बयानों के कारण मंत्रिमंडल से हटा दिया था।
अब ब्रिटेन की लेबर सरकार पर निशाना साधते हुए उन्होंने डोनाल्ड ट्रंप और जे.डी. वेंस का समर्थन किया, जिससे उनका यह बयान और भी विवादास्पद हो गया है।
ब्रिटेन में सत्ता परिवर्तन का संकेत?
ब्रिटेन में राजनीतिक अस्थिरता बढ़ती जा रही है। ब्रेवरमैन के इस बयान के बाद कयास लगाए जा रहे हैं कि ब्रिटेन में अगले कुछ सालों में बड़े बदलाव हो सकते हैं।
“ब्रिटेन को अब अपनी खोई हुई महानता वापस लाने की जरूरत है।”
उन्होंने ब्रिटिश जनता से “Make Britain Great Again” का नारा अपनाने की अपील की, जो कि ट्रंप के “Make America Great Again” अभियान से प्रेरित है।
क्या ब्रेवरमैन खुद को ब्रिटेन की राजनीति में नई ताकत के रूप में उभरते देख रही हैं?
क्या ब्रिटेन के लिए खतरे की घंटी बज चुकी है?
ब्रिटेन और पश्चिमी देशों के लिए यह बयान महज एक राजनीतिक बयानबाजी है, या फिर आने वाले संकट की चेतावनी?
अगर ब्रेवरमैन की भविष्यवाणी सच साबित हुई, तो ब्रिटेन जल्द ही पश्चिमी दुनिया के लिए सबसे बड़ा सुरक्षा खतरा बन सकता है।
क्या ब्रिटेन का नेतृत्व इस खतरे को भांप पाएगा, या फिर दुनिया एक और भू-राजनीतिक संकट की ओर बढ़ रही है? आने वाले सालों में यह साफ हो जाएगा!