कोलकाता: कोलकाता नगर निगम (केएमसी) के स्कूलों में विश्वकर्मा पूजा की छुट्टी रद्द करने और ईद-उल-फितर की छुट्टियां दो दिन के लिए बढ़ाने को लेकर सियासी घमासान मच गया है। इस फैसले के बाद से विभिन्न राजनीतिक दलों के बीच तीखी प्रतिक्रिया देखने को मिली है, खासकर भाजपा नेताओं द्वारा इस मुद्दे को लेकर ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस सरकार पर निशाना साधा जा रहा है।

बीजेपी का आरोप – पश्चिम बंगाल को बांग्लादेश में बदलने की साजिश
भा.ज.पा महासचिव जगन्नाथ चटर्जी ने इस फैसले पर तीखा हमला करते हुए आरोप लगाया कि पश्चिम बंगाल को बांग्लादेश में बदलने की कोशिश की जा रही है। चटर्जी ने कहा, “यह निर्णय पश्चिम बंगाल में एक नए इस्लामिक राज की ओर इशारा करता है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के नेतृत्व में, ओबीसी सब-कोटा में कटौती की गई और मुसलमानों को आरक्षण में मनमाने तरीके से शामिल किया गया, जिससे ओबीसी वर्ग का हक मारा गया।”
इस मुद्दे पर भाजपा नेता अमित मालवीय ने भी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा, “पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी के इस्लामिक राज में आपका स्वागत है। कोलकाता नगर निगम स्कूलों में विश्वकर्मा पूजा की छुट्टी को रद्द कर दिया गया, जबकि ईद-उल-फितर की छुट्टियां दो दिन के लिए बढ़ा दी गईं।” उन्होंने आगे कहा, “यह सब फिरहाद हकीम के प्रशासन में हो रहा है, जो हिंदू समुदाय के लिए महत्वपूर्ण अवसरों का विरोध कर रहे हैं।”
केएमसी का स्पष्टीकरण: गलती सुधारने की प्रक्रिया शुरू
कोलकाता नगर निगम ने इस विवाद के बाद एक बयान जारी किया, जिसमें कहा गया कि हिंदी माध्यम के केएमसी स्कूलों के लिए छुट्टियों की लिस्ट को सक्षम प्राधिकारी से बिना सहमति के जारी किया गया था। निगम ने इसे एक टाइपोग्राफिकल गलती और प्रक्रियात्मक खामी के रूप में स्वीकार करते हुए 25 फरवरी को जारी की गई लिस्ट को रद्द कर दिया है।
नगर निगम ने यह भी स्पष्ट किया कि राज्य सरकार के आधिकारिक अवकाश कार्यक्रम और मौजूदा मानदंडों के अनुरूप संशोधित अवकाश सूची जल्द ही जारी की जाएगी। इसके अलावा, केएमसी ने इस चूक को गंभीरता से लिया और संबंधित अधिकारी के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी।

ममता बनर्जी पर भाजपा का आरोप
भा.ज.पा नेता मालवीय ने ममता बनर्जी की सरकार पर तंज कसते हुए कहा, “पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी के नेतृत्व में एकतरफा तरीके से कई फैसले लिए जा रहे हैं, जिनका उद्देश्य समाज के एक खास वर्ग को लाभ पहुंचाना है। इससे संविधान का उल्लंघन हो रहा है और यह भाजपा के द्वारा न्याय की बात की जा रही है।”
फिरहाद हकीम पर आरोप
मालवीय ने फिरहाद हकीम, जो ममता बनर्जी के करीबी सहयोगी माने जाते हैं, पर आरोप लगाया कि उन्होंने जानबूझकर विश्वकर्मा पूजा के लिए छुट्टी रद्द की और उसे ईद-उल-फितर के लिए बढ़ा दिया। उन्होंने कहा, “फिरहाद हकीम ने हिंदू समुदाय के अहम त्योहार को नकारा और उसे मुस्लिम त्योहार के साथ बदल दिया, जो उनके अधीन प्रशासन की नीयत को स्पष्ट करता है।”