कोटा, राजस्थान: राजस्थान के कोटा में सोशल मीडिया पर प्रसिद्धि पाने की चाहत ने खतरनाक मोड़ ले लिया। शुक्रवार को कोचिंग से लौट रहे एक छात्र पर 3 युवकों ने चाकू से हमला कर दिया और इस हमले का वीडियो बनाकर इंस्टाग्राम पर अपलोड कर दिया। वीडियो में उन्होंने पंजाबी गाने के बोल — “थानेदार झुक के बात करता, डीएसपी सैल्यूट करता…” जोड़े।
इस सनसनीखेज वारदात के बाद पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए शुक्रवार रात को ही दो नाबालिग आरोपियों को डिटेन किया और एक युवक को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस के अनुसार, तीनों आरोपी आपराधिक प्रवृत्ति के हैं।

साइकिल रोककर छात्र पर किया चाकू से हमला
उद्योग नगर थाना इंचार्ज जितेंद्र सिंह ने बताया कि घटना डीसीएम श्रीराम रेंस फैक्ट्री एरिया के पावर हाउस मैदान के सामने हुई। इंदिरा गांधी कॉलोनी का रहने वाला छात्र शुक्रवार को अपने घर से तीन किलोमीटर दूर कोचिंग में टेस्ट देने गया था। शाम चार बजे जब वह साइकिल से घर लौट रहा था, तभी मैदान में खड़े तीन युवकों ने उसकी साइकिल रोकी।
पीड़ित छात्र के अनुसार, तीनों युवकों ने पहले उसे साइकिल से नीचे गिराया और फिर उस पर हमला किया। एक युवक ने घटना का वीडियो बनाया जबकि दो अन्य मारपीट कर रहे थे। इनमें से एक के हाथ में चाकू था। छात्र ने बताया कि वह लगातार छोड़ देने की विनती करता रहा, लेकिन आरोपी नहीं माने और चाकू से उसके पैरों पर वार कर दिए। हमले में बाएं पैर में घुटने के ऊपर गहरा कट लगा, जिस पर चार टांके आए हैं। घुटने के नीचे भी तीन टांके लगे हैं।
रुपए लूटने के बाद भी पीछा किया
आरोपी सिर्फ मारपीट तक ही नहीं रुके। छात्र ने बताया कि हमलावर उसके पास रखे पैसे भी लूटकर ले गए। किसी तरह वह उनके चंगुल से निकलकर चौराहे तक पहुंचा, लेकिन आरोपी फिर से उसे पकड़ने आ गए। इस बार वह चिल्लाया, जिससे भीड़ इकट्ठा हो गई और आरोपी भाग निकले। पीड़ित छात्र ने घर पहुंचकर अपने परिजनों को घटना की जानकारी दी, जिसके बाद उद्योग नगर थाने में शिकायत दर्ज कराई गई।

वीडियो अपलोड कर लिखा ‘फरार’
हमले का वीडियो ‘लकी नरवाल’ नाम की इंस्टाग्राम आईडी से अपलोड किया गया था। इस वीडियो के साथ गाने की पंक्तियां जोड़ी गईं—“शूटर थानेदार झुक के बात करता, डीएसपी सैल्यूट करता…”। इसके बाद उसी आईडी से ‘फरार’ शब्द के साथ एक और पोस्ट की गई। पुलिस ने वीडियो और अन्य साक्ष्यों के आधार पर कार्रवाई शुरू की।
आरोपी पहले भी जा चुके हैं जेल
पीड़ित के पिता, जो श्रीराम रेंस फैक्ट्री में वर्कर हैं, ने बताया कि उन्होंने घटना की जानकारी मिलते ही सबसे पहले अपने बेटे को एमबीएस हॉस्पिटल पहुंचाया। बाद में घटना स्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरे चेक किए। इससे पता चला कि आरोपी उसी की कॉलोनी इंदिरा गांधी नगर के रहने वाले हैं। इनमें से दो नाबालिग हैं जबकि एक बालिग युवक है। तीनों पूर्व में भी झगड़ों के मामलों में जेल जा चुके हैं।