बुलंदशहर, उत्तर प्रदेश: शुक्रवार तड़के बुलंदशहर-जहांगीराबाद मार्ग पर किसान इंटर कॉलेज रोड के पास एक दर्दनाक सड़क हादसा हुआ, जिसमें एक महिला समेत तीन लोगों की मौत हो गई, जबकि 31 मजदूर गंभीर रूप से घायल हो गए। हादसा सुबह लगभग साढ़े तीन बजे उस वक्त हुआ, जब पंजाब से लौट रहा एक कैंटर वाहन आगे चल रहे ट्रक में जा घुसा। हादसे की वजह कैंटर चालक को नींद आना बताई जा रही है।
हादसे का विवरण
प्राप्त जानकारी के अनुसार, हादसे का शिकार हुए सभी मजदूर पंजाब के मोड़ा भट्टी स्थित ईंट भट्ठे से काम कर गांव लौट रहे थे। जैसे ही कैंटर किसान इंटर कॉलेज रोड के पास पहुंचा, आगे चल रहे ट्रक ने ब्रेक लगाया, जिससे पीछे से आ रहे कैंटर की रफ्तार धीमी नहीं हो पाई और वह सीधे ट्रक में जा घुसा।

इस भीषण टक्कर में 25 वर्षीय रवि पुत्र उमेश, शिवदेई पत्नी लल्लू, और कैंटर चालक की मौके पर ही मौत हो गई। चालक की पहचान अभी नहीं हो पाई है।
घायलों की सूची
हादसे में घायल हुए लोगों की संख्या 31 है, जिनमें से 27 की हालत अत्यंत गंभीर बताई जा रही है। सभी को पहले जिला अस्पताल लाया गया, जहां से चिकित्सकों ने उन्हें हायर मेडिकल सेंटर के लिए रेफर कर दिया। प्रमुख घायलों में शामिल हैं:
- राजू (25), सविता (10), आशीष (24), नीलम (23) — निवासी: हुजकीपुर, हरदोई
- सतीश (50), तारा (20), सोनू (29) — निवासी: सुर्जीपुर
- छविनाथ (53), छोटी (30), मोहनी (15), रोहनी (10) — निवासी: गोगुल बेडा
- रामचंद्र (40), मंजू (44), ललित — निवासी: छुजकीपुर
- शिवांश (7), रमाकांत (32), नीटू (35) — निवासी: पापईपुर्वा
- पंचम (17) — निवासी: सुजीपुर, गोकुलबेटा
- उमेश (70), विजय (7), दिव्यांशी (5), नत्थी, कृष्णा (9), मंजीत, अजीत — निवासी: मियापुर सिंधोली
- उर्मिला, विजेंद्र, आयुष (4), मनू (5), तनू (7) — निवासी: शाहजहांपुर
हादसे का कारण
अपर पुलिस अधीक्षक ग्रामीण डॉ. तेजवीर सिंह ने जानकारी दी कि हादसा कैंटर चालक को नींद आने के कारण हुआ। ब्रेकर पर ट्रक द्वारा ब्रेक लगाने से कैंटर ट्रक से टकरा गया।
“शुरुआती जांच में यह स्पष्ट हुआ है कि चालक वाहन चलाते समय नींद में था।” – डॉ. तेजवीर सिंह, एएसपी ग्रामीण

मजदूरी से लौट रहे थे घर
घायलों के अनुसार वे आठ माह पहले ठेकेदार के माध्यम से पंजाब के मोड़ा भट्टी ईंट भट्टे पर मजदूरी करने गए थे। गुरुवार रात सभी एक कैंटर में सवार होकर अपने गांव लौट रहे थे। कैंटर को पंजाब से ही किराए पर लिया गया था।
प्रशासन की तत्परता
हादसे की सूचना मिलते ही जिलाधिकारी श्रुति, एसएसपी दिनेश कुमार सिंह और मेडिकल कॉलेज की प्राचार्या डॉ. मनीषा जिंदल जिला अस्पताल पहुंचे। उन्होंने घायलों से बातचीत की और उन्हें हर संभव मदद का भरोसा दिलाया।