राजस्थान के उदयपुर में केंद्रीय मंत्री ने सीएम भजनलाल शर्मा के साथ मिलकार 2500 करोड़ की 17 सड़क परियोजनाओं का लोकार्पण-शिलान्यास किया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि जयपुर में आधे रिंग रोड को बनाने की स्वीकृति दी। रोड नेटवर्क की मजबूती प्रदेश के विकास के लिए ज़रूरी है। बायोफ्यूल के इस्तेमाल पर ज़ोर देने की बात कही। उन्होंने जयपुर-मुंबई हाइवे को इलेक्ट्रिक हाइवे बनाने की बात कही। उन्होंने कहा कि रोड नेटवर्क की मजबूती के साथ फ्यूल बदलना भी ज़रूरी। वैकल्पिक फ्यूल पर ध्यान देने की जरूरत है। सड़क परिवहन मंत्रालय 200 से ज्यादा महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट्स पर कार्य कर रहा है।
डबोक के रूपी रिसोर्ट में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री गडकरी ने कहा कि उदयपुर बाइपास के काम में कई समस्याएं आईं, लेकिन निरंतर प्रयास के कारण आखिरकार काम पूरा हो गया। गडकरी ने कहा कि जब राजस्थान में वसुंधरा राजे मुख्यमंत्री थीं तब जयपुर में रिंग रोड का काम फंसा हुआ था। उसको लेकर एयरपोर्ट के एक छोटे से गेस्ट हाउस में चर्चा हुई। उस चर्चा में कहा गया कि ये काम संभव है और इसे पूरा किया जा सकता है और मैंने भी कहा था कि यह काम पूरा होगा। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में रिंग रोड का काम पूरा हो जाएगा। जोधपुर में भी रिंग रोड का काम पूरा होने की कगार पर है।
जयपुर से दिल्ली के बीच चलेगी इलेक्ट्रिकल केबल बस
गडकरी ने आगे कहा कि दिल्ली से मुंबई के बीच जो एक्सप्रेस-वे बना है। उसे हम जयपुर से जोड़ रहे हैं. इतना ही नहीं आने वाले दिनों में इलेक्ट्रिक केबल के जरिए जयपुर से दिल्ली के बीच बसें चलेंगी। उन्होंने कहा कि ये हमारा पहला प्रयोग है. एयर कंडीशन बिजनेस क्लास हवाई जहाज जैसी इस बस में सुविधाएं होंगी। साथ ही टिकट रेट डीजल बस की तुलना में 30% कम होगा। गडकरी ने कहा कि कुछ समय पहले वो चेकोस्लोवाकिया गए थे। वहां उन्होंने देखा कि सड़क पर केबल के जरिए इलेक्ट्रिक बसें चल रही हैं।ऐसे में उन्होंने भी ऐसी बसों को सड़क पर चलाने का सोचा और अब दिल्ली से जयपुर के बीच इलेक्ट्रिक बसें चलाई जाएंगी। उन्होंने कहा कि इसके लिए सड़क पर रेलवे ट्रैक की तरह केबल बिछाया जाएगा। इसके बाद कोच की तरह तीन बसों को आपस में जोड़कर उसे चलाया जाएगा।
उन्होंने कहा कि इस बस में एयरप्लेन जैसी सुविधाएं होंगी। इसके अलावा बिजनेस क्लास जैसे क्रांतिकारी और साथ में चाय नाश्ते की व्यवस्था भी होगी। उन्होंने कहा कि सड़कों पर दौड़ने वाली डीजल बसों की तुलना में इसका किराया 30% कम होगा। उन्होंने कहा कि जब वो वॉटर रिसोर्स मंत्री थे तो उन्होंने पानी में प्लेन उतरा था। ऐसे में राज्य के सीएम को भी उदयपुर में ऐसे काम करने की जरूरत है। क्योंकि यहां भी काफी झील हैं।
इन कार्यों का हुआ लोकार्पण और शिलान्यास
समारोह में 1100 करोड़ रुपए की लागत से बने 93 किमी के चित्तौड़गढ़-उदयपुर खंड के 6 लेन, 206 करोड़ रुपए की लागत से बने 44 किमी ब्यावर-आसींद खंड के 2 लेन पेव्ड शोल्डर, 186 करोड़ की लागत से बने 43 किमी आसींद-मांडल खंड के 2 लेन पेव्ड शोल्डर, 104 करोड़ की लागत से बने 14 किमी ब्यावर-गोमती खंड (बाघाना से मादा की बस्सी) 4 लेन और 14 करोड़ की लागत से बनी 16 किमी भमरासिया से मोड़ी-कुराबड़ सड़क एमडीआर-150 के चौड़ीकरण कार्य का लोकार्पण किया गया।
इस दौरान 235 करोड़ की लागत से बनने जा रहे 26 किमी लंबे गागरिया-मुनाबाव खंड के 2 लेन पेव्ड शोल्डर, 363 करोड़ की लागत से 6 किमी लंबे सांचौर शहर के एलिवेटेड राजमार्ग, 20 करोड़ की लागत से 18 किमी साकरोदा-मेनार सड़क के चौड़ीकरण व सुदृढ़ीकरण कार्य, 13 करोड़ की लागत से 11 किमी लंबे बालूखल से अमलावाड़ा-अली-मौखमपुरा सड़क चौड़ीकरण कार्य, 17 करोड़ की लागत से 13 किमी लंबे घणोली-देलवाड़ा सड़क चौड़ीकरण व सुदृढ़ीकरण कार्य और 329 करोड़ की लागत से होने वाले चेनपुरा फाटक, झिलाई फाटक (टोंक), रीको फाटक (भरतपुर), हिंडौन फाटक, हरसोली फाटक, डबल फाटक (अलवर), सांचौर फाटक (सांचौर) पर सेतु बंधन परियोजना के तहत रेलवे क्रॉसिंग पर सात पुलों के निर्माण कार्य का शिलान्यास किया।