चिड़ावा: वर्षाजल संरक्षण एंव पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में अग्रणी चिड़ावा की स्वंय सेवी संस्था रामकृष्ण जयदयाल डालमिया सेवा संस्थान द्वारा निकटवर्ती कुतुबपुरा गांव के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय के 41 विद्यार्थियों के साथ आज कार्यालय प्रांगण में वर्षाजल संरक्षण एंव पर्यावरण संरक्षण पर कार्यक्रम रखा गया।
कार्यक्रम के दौरान संस्थान के परियोजना प्रबंधक भूपेन्द्र पालीवाल ने विद्यार्थियों को संस्थान की गतिविधियों के बारे में अवगत कराया और उन्होनें जीवन में पर्यावरण स्वच्छता और जल का महत्व बताते हुए कहा कि हमें इन दोनों को बचाने का संकल्प लेना होगा और कहा कि हमें अपने दैनिक जीवन में भी जल का उपयोग उचित तरीके से करना चाहिए ताकि पानी व्यर्थ ना बहे। साथ ही सभी विद्यार्थियों को ज्यादा से ज्यादा पेड़ लगाने और उनकी सुरक्षा करने और सम्पूर्ण स्वच्छता को लेकर सभी को प्रेरित किया।
पालीवाल द्वारा प्लास्टिक निस्तारण के लिए बच्चों को ईको-ब्रिक्स बनाने के लिए प्रेरित किया जितना अधिक हो सके कपड़े के थैले काम मेें लेवें ताकि सिंगल यूज प्लास्टिक से मनुष्यों, जानवरों एंव कृषि में होने वाले नुकसानों से बचा जा सके।
संस्थान के जल पर्यवेक्षक अजय बलवदा एंव सूरजभान रायला द्वारा उपस्थित सभी बच्चों को संस्थान में बने जल संसाधन सूचना केंद्र की विजिट करवाकर उनकों जल संरक्षण के तरीकों एंव खेती में जल का उचित उपयोग के तरीके आदि सब सेंटर में बने माॅडल के द्वारा विस्तारित रूप से समझाया गया। इसके साथ जल संरक्षण के तरीकों को प्रेजेंटेशन के माध्यम से बताने के साथ-साथ प्लास्टिक मुक्त, कृषि में रासायनों का उपयोग का प्रभाव की विडियों फिल्म दिखाकर उसके नुकसान के बारे में अवगत कराया।
कार्यक्रम के अंत में कुतुबपुरा स्कूल के व्याख्याता विजेन्द्र कुमार द्वारा संस्थान द्वारा चलाई जा रही वर्षा जल और पर्यावरण संरक्षण की मुहिम के लिए और संस्थान द्वारा कुतुबपुरा शमशान भूमि में पिछले माह किये गये पौधारोपण के लिए आभार व्यक्त किया और कहा कि भावी पीढी को जल और पर्यावरण का संरक्षण समझाने के लिए कार्यालय प्रांगण में बना सेंटर सबसे अच्छा तरीका है जिससे सीखकर विद्यार्थी अपने जीवन में आगे बढेगे।
कार्यक्रम के दौरान जल संरक्षण एंव पर्यावरण संरक्षण पर एक प्रश्नोतरी कार्यक्रम रखा गया जिसमें मोनिका, सैणीदान एंव मैक्ष चोपड़ा कोे पुरस्कृत किया गया।
कार्यक्रम में कुतुबपुरा स्कूल से व्याख्याता निर्मला राव, वरिष्ठ अध्यापिका पूनम कुमारी, गांव के समाज सेवी गोविन्द सिंह, संस्थान के आई. टी. ऑफिसर मोनिका स्वामी, शिवनारायण एंव लक्ष्मीनारायण आदि उपस्थित रहे।