महाराष्ट्र: महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे पर परोक्ष रूप से की गई विवादित टिप्पणी के चलते स्टैंड-अप कॉमेडियन कुणाल कामरा की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। मुंबई की खार पुलिस ने इस मामले में कामरा को समन भेजा है। इस बीच, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और भाजपा सांसद कंगना रनौत ने भी इस प्रकरण पर अपनी प्रतिक्रिया दी है।

योगी आदित्यनाथ का बयान: ‘व्यक्तिगत प्रहार अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता नहीं’
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मामले पर पहली बार प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के नाम पर किसी व्यक्ति पर व्यक्तिगत प्रहार करना उचित नहीं है। उन्होंने एएनआई को दिए इंटरव्यू में कहा,
“आपकी अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता किसी दूसरे पर व्यक्तिगत प्रहार करने के लिए नहीं हो सकती है। दुर्भाग्य है कि कुछ लोगों ने देश का चीर हरण करना, विभाजन की खाईं को और चौड़ी करने के लिए अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को अपना जन्मसिद्ध अधिकार मान लिया है।”
EP-276 with Yogi Adityanath premieres tomorrow on YouTube at 10 AM IST
— ANI (@ANI) March 25, 2025
"People have treated freedom of speech as a birthright to divide the country further." — U.P CM Yogi Adityanath on the Kunal Kamra controversy
"DK Shivakumar is saying exactly what he has inherited from… pic.twitter.com/XHUyYg7sc2
कंगना रनौत की प्रतिक्रिया: ‘अपमान को कॉमेडी का नाम देना गलत’
भाजपा सांसद और अभिनेत्री कंगना रनौत ने भी इस मुद्दे पर अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा,
“आप कोई भी हो, लेकिन किसी का अपमान करना गलत है। एक व्यक्ति जिसके लिए उसकी इज्जत ही सब कुछ है, उसका अपमान करना अनुचित है। ये लोग कौन हैं, जो कॉमेडी के नाम पर गाली-गलौज करते हैं और लोगों का मज़ाक उड़ाते हैं? हमें सोचना चाहिए कि हमारा समाज किस दिशा में जा रहा है।”
कुणाल कामरा को समन, पुलिस की कार्रवाई तेज
मुंबई की खार पुलिस ने स्टैंड-अप कॉमेडियन कुणाल कामरा को मंगलवार सुबह 11 बजे जांच अधिकारी के सामने पेश होने के लिए समन भेजा है। चूंकि कामरा फिलहाल महाराष्ट्र से बाहर हैं, इसलिए यह समन उन्हें व्हाट्सएप पर भी भेजा गया है। साथ ही, खार पुलिस की एक टीम सोमवार को उनके घर पहुंची और उनके माता-पिता को समन की एक प्रति सौंपी।

मामले की जांच और आगे की प्रक्रिया
पुलिस के अनुसार, जांच के दौरान कामरा से उनकी टिप्पणी को लेकर विस्तृत पूछताछ की जाएगी। मामले में यदि पर्याप्त सबूत मिलते हैं, तो आगे की कानूनी कार्रवाई की जा सकती है।