एमएसपी गारंटी कानून और कर्जमाफी समेत 12 मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे किसान संगठनों की सरकार से वार्ता विफल होने के बाद किसानों ने मंगलवार सुबह से दिल्ली के लिए कूच का ऐलान कर दिया है। पंजाब, यूपी, हरियाणा के विभिन्न इलाकों से ट्रैक्टर ट्रॉलियों पर टेंट व राशन लेकर निकले किसानों को हरियाणा के बॉर्डर पर रोका जा रहा है।
2 साल बाद एक बार फिर सड़कों पर उतरे किसानों के आंदोलन को देखते हुए राजस्थान में भी सरकार का सख्त रुख देखने को मिल रहा है। किसानों के दिल्ली कूच के मद्देनजर राजस्थान की हरियाणा से लगती सीमा पर बेरीकेडिंग कर दी गई है और हथियारबंद पुलिसकर्मी भी तैनात किये गए हैं। झुंझनू जिले के पीपली, पीलोद और पचेरी कलां में चेकपोस्ट बनाई गई है जहां हरियाणा से आने-जाने वाले वाहनों की सघन जांच-पड़ताल पुलिसकर्मियों द्वारा की जा रही है।
हालांकि बॉर्डर के इस इलाके में किसानों के दिल्ली कूच का कोई असर अभी तक देखने में नहीं आया है, लेकिन फिर भी एहतियातन पुलिस यहां दिन-रात 24 घंटे एलर्ट मोड पर है। पिलानी थानान्तर्गत पीपली पुलिस चेकपोस्ट इंचार्ज बोदूराम ने बताया कि उच्चाधिकारियों के निर्देशानुसार चेकपोस्ट पर बेरिकेडिंग की गई है और वाहनों की जांच की जा रही है। अभी तक यहां से किसानों का कोई मूवमेंट नहीं हुआ है, अगर किसान आन्दोलन के लिए यहां से गुजरते हैं, तो ऐसा न करने के लिए समझाइश की जाएगी और नहीं मानने पर विधिसम्मत कार्यवाही अमल में लाई जाएगी।