किसानों के लिए खुशखबरी: मोदी सरकार ने बुधवार को किसानों को दिवाली का बड़ा तोहफा देते हुए केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में महत्वपूर्ण निर्णय लिया। इस बैठक में केंद्रीय कर्मचारियों के लिए तीन प्रतिशत का वेतन वृद्धि करने के साथ ही, रबी सीजन की फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) में भी बढ़ोतरी की गई है।
फसलों की एमएसपी में इजाफा
केंद्र सरकार ने रबी फसलों के लिए नए न्यूनतम समर्थन मूल्य निर्धारित किए हैं, जो कि मार्केटिंग सीजन 2025-2026 के लिए लागू होंगे। इस निर्णय के तहत:
- गेहूं: 150 रुपये प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी के बाद, गेहूं का एमएसपी अब 2,425 रुपये प्रति क्विंटल होगा। पहले यह 2,275 रुपये प्रति क्विंटल था।
- सरसों: सरकार ने सरसों की फसल पर 300 रुपये प्रति क्विंटल की वृद्धि की है, जिससे इसका नया एमएसपी 5,950 रुपये प्रति क्विंटल हो गया है। पूर्व में यह 5,650 रुपये प्रति क्विंटल था।
अन्य फसलों की एमएसपी में बदलाव
इसके अतिरिक्त, सरकार ने अन्य फसलों के लिए भी न्यूनतम समर्थन मूल्य में वृद्धि की है:
- चना: चने की एमएसपी में 210 रुपये की वृद्धि की गई है, जिससे अब यह 5,650 रुपये प्रति क्विंटल हो गई है। पहले यह 5,440 रुपये प्रति क्विंटल थी।
- मसूर: मसूर की एमएसपी में 275 रुपये की वृद्धि की गई है, जिससे यह अब 6,700 रुपये प्रति क्विंटल हो गई है। पहले यह 6,425 रुपये प्रति क्विंटल थी।
- सूरजमुखी: सूरजमुखी की एमएसपी में 140 रुपये की बढ़ोतरी की गई है, जिसके बाद इसका मूल्य 5,940 रुपये प्रति क्विंटल हो गया है। इससे पहले यह 5,800 रुपये प्रति क्विंटल था।
किसानों के लिए सकारात्मक कदम
यह निर्णय किसानों के लिए एक सकारात्मक कदम है, जो उन्हें बेहतर मूल्य और समर्थन प्रदान करेगा। रबी सीजन के फसल उत्पादन में वृद्धि के साथ, यह कदम किसानों की आर्थिक स्थिति को सशक्त बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।