वाशिंगटन, अमेरिका: काश पटेल ने भगवत गीता पर हाथ रखकर संघीय जांच ब्यूरो (एफबीआई) के निदेशक पद की शपथ ली, और इस प्रकार वह एफबीआई के निदेशक के रूप में नियुक्त होने वाले नौवें व्यक्ति बन गए। शपथ समारोह वाशिंगटन स्थित व्हाइट हाउस कैंपस के आइजनहावर कार्यकारी कार्यालय भवन (ईईओबी) में आयोजित हुआ। शपथ लेने के बाद, काश पटेल ने कहा कि वह अमेरिकी सपने को जी रहे हैं और जो कोई भी सोचता है कि अमेरिकी सपना समाप्त हो गया है, वह यहां आकर देख सकता है। उन्होंने अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए कहा, “आप पहली पीढ़ी के भारतीय से बात कर रहे हैं जो पृथ्वी पर सबसे महान राष्ट्र की कानून प्रवर्तन एजेंसी का नेतृत्व करेगा। ऐसा कहीं और नहीं हो सकता है। मैं वादा करता हूं कि एफबीआई के भीतर और बाहर जवाबदेही होगी।”
#WATCH | Washington | Kash Patel takes oath on the Bhagavad Gita, as the 9th Director of the Federal Bureau of Investigation (FBI).
— ANI (@ANI) February 21, 2025
Source: US Network Pool via Reuters pic.twitter.com/c5Jr0ul1Jm
#WATCH | Washington | Director of the FBI, Kash Patel says, "I am the living the American dream, and anyone who thinks the American dream is dead, look right here. You're talking to a first-generation Indian who is about to lead the law enforcement agency of the greatest nation… pic.twitter.com/5nLeclVeXn
— ANI (@ANI) February 21, 2025
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की सराहना
काश पटेल के एफबीआई के निदेशक पद की शपथ लेने के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि उनके एफबीआई के निदेशक बनने के कई कारण हैं, जिनमें से एक यह है कि एफबीआई के एजेंटों के मन में उनके लिए बहुत सम्मान है। ट्रंप ने यह भी कहा कि पटेल उस पद पर अब तक के सबसे अच्छे व्यक्ति साबित होंगे। उन्होंने यह स्वीकार किया कि पटेल की नियुक्ति को मंजूरी मिलना बहुत आसान था क्योंकि वह एक सख्त और मजबूत व्यक्ति हैं और उनकी अपनी स्पष्ट राय है।
#WATCH | On Kash Patel to be sworn in as the Director of FBI, US President Donald Trump says, "… One of the reasons I love Kash (Patel) and wanted to put him in is because of the respect the agents had for him. He will go down as the best ever at that position. Turned out he… pic.twitter.com/DKMLoQbkEG
— ANI (@ANI) February 21, 2025
सीनेट ने की मंजूरी
गुरुवार को सीनेट ने काश पटेल के नाम पर मुहर लगा दी थी, और उन्हें एफबीआई के निदेशक के रूप में नियुक्त किया गया। सीनेट में हुए मतदान में काश पटेल ने मामूली अंतर से जीत हासिल की और उन्होंने देश की प्रमुख संघीय कानून प्रवर्तन एजेंसी के शीर्ष पद पर अपनी दावेदारी को मजबूत किया। मतदान के दौरान 51-49 के अंतर से पटेल के नाम पर मुहर लगी। हालांकि, डेमोक्रेटिक पार्टी के कुछ सदस्य पटेल की योग्यता पर सवाल उठाते हुए चिंतित थे कि वह राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के इशारे पर काम करेंगे और रिपब्लिकन राष्ट्रपति के विरोधियों के खिलाफ कार्रवाई करेंगे।
डेमोक्रेटिक पार्टी का विरोध
डेमोक्रेटिक पार्टी के सदस्यों ने काश पटेल के नाम की पुष्टि को लेकर विरोध जताया। सीनेटर डिक डर्बिन ने कहा, “मैं इससे बदतर विकल्प की कल्पना नहीं कर सकता।” हालांकि, रिपब्लिकन पार्टी से मेन की सीनेटर सुसान कोलिन्स और अलास्का की लिसा मुर्कोव्स्की ने इस नाम की पुष्टि के खिलाफ आपत्ति जताई।

पिछले भड़काऊ बयानों पर विवाद
आर-आयोवा के सीनेटर और सीनेट न्यायपालिका समिति के अध्यक्ष चक ग्रासली ने काश पटेल के नाम की पुष्टि से पहले कहा था, “पटेल एक बार फिर एफबीआई को जवाबदेह बनाना और कानून प्रवर्तन के लिए एजेंसी की ऐतिहासिक प्रतिष्ठा को वापस दिलाना चाहते हैं।” उन्होंने यह भी कहा कि पटेल एफबीआई को कांग्रेस, राष्ट्रपति और सबसे महत्वपूर्ण तौर पर उन लोगों के प्रति जवाबदेह बनाना चाहते हैं जिन्हें वे सेवा प्रदान करते हैं। डेमोक्रेटिक पार्टी के सदस्य पटेल के पिछले भड़काऊ बयानों का हवाला देते हुए उनकी योग्यता पर सवाल उठा रहे थे। इन बयानों के कारण उनके निर्णयों पर संदेह किया जा रहा था।