सूरजगढ़: काजड़ा ग्राम पंचायत में मंगलवार को इंदिरा गांधी सार्वजनिक पार्क में एक विरोध सभा आयोजित की गई, जिसमें ग्रामीणों ने राज्य सरकार द्वारा लागू की जा रही स्मार्ट मीटर योजना के खिलाफ कड़ा विरोध जताया। सभा के दौरान ग्रामीणों ने कहा कि स्मार्ट मीटर लगाने की यह योजना जनता के साथ विश्वासघात है और इससे आमजन की आर्थिक परेशानी और अधिक बढ़ेगी।
सभा में वक्ताओं ने कहा कि पहले दो माह में एक बार बिजली का बिल आता था, लेकिन अब हर महीने बिल आने लगा है और स्मार्ट मीटर लगने के बाद प्रतिदिन के हिसाब से बिजली की गणना कर मनमाना बिल वसूला जाएगा। इससे ग्रामीण परिवारों पर आर्थिक बोझ बढ़ेगा और बिजली उपयोग पर निरंतर चिंता बनी रहेगी। उन्होंने आरोप लगाया कि यह कदम जनहित में न होकर पूरी तरह आमजन की जेब पर हमला है।
ग्रामीणों ने यह भी स्पष्ट किया कि यदि सरकार ने जबरन स्मार्ट मीटर लगाने का प्रयास किया, तो वे अपने बिजली कनेक्शन कटवा देंगे लेकिन मीटर नहीं लगवाएंगे। उनका कहना था कि सरकार को बिजली व्यवस्था में पारदर्शिता और सुधार लाना चाहिए, न कि नई तकनीक के नाम पर लोगों को परेशान करना।
सभा में दिनेश सिंह, सत्यनारायण सिंगाठिया, कैलाश नागवान, विक्रम गुर्जर, भगवती प्रसाद चंदेलिया, अशोक कुमावत, शायर सिंह शेखावत, संदीप शेखावत, विष्णु खेड़लिया, धीर सिंह नायक, कुन्दन नायक, राय सिंह शेखावत, रमेश सोनी, अनिल शर्मा, बलबीर मेघवाल, ओमप्रकाश भड़िया, भालसिंह शेखावत, प्रेमसिंह नायक, भगवती प्रसाद स्वामी, छंगाराम, मनजीत सिंह तंवर, भरत नागवान, विजेन्द्र शेखावत, पवन कुमावत और मातुराम जांगिड़ सहित अनेक ग्रामीणों ने भाग लिया।
विरोध सभा में ग्रामीणों ने जोर देकर कहा कि वे सरकार से मांग करते हैं कि इस योजना को वापस लिया जाए और बिजली प्रबंधन की समस्याओं को दूर करने की दिशा में ठोस कदम उठाए जाएं। सभा शांतिपूर्ण रूप से सम्पन्न हुई लेकिन लोगों में सरकार के प्रति गहरा रोष देखने को मिला।