नई दिल्ली: 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम क्षेत्र में हुए भीषण आतंकवादी हमले ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया था, जिसमें 28 निर्दोष नागरिकों की मौत हुई थी। इस क्रूर हमले के पीछे पाकिस्तान समर्थित आतंकी संगठन का हाथ होने की पुष्टि खुफिया एजेंसियों द्वारा की गई थी।
इसके बाद भारत सरकार ने तुरंत जवाबी कार्रवाई करते हुए ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान के कब्जे वाले क्षेत्रों में मौजूद 9 प्रमुख आतंकी ठिकानों को एयर स्ट्राइक द्वारा पूरी तरह ध्वस्त कर दिया। सूत्रों के अनुसार, इन ठिकानों में आतंकी शिविर, लॉन्च पैड और हथियार डिपो शामिल थे।
विस्तृत जानकारी: सैन्य रणनीति का खुलासा
इस ऑपरेशन को अंजाम देने के कुछ ही घंटों बाद विदेश सचिव विक्रम मिसरी, कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने मीडिया को संबोधित किया। उन्होंने बताया कि यह कार्रवाई पूरी तरह से लक्षित और नियंत्रित थी, जिसमें केवल आतंकवादी ठिकानों को निशाना बनाया गया। इस ऑपरेशन में अत्याधुनिक ड्रोन, मिराज और सुखोई विमानों का इस्तेमाल किया गया।

लाहौर में सीरियल ब्लास्ट, पाकिस्तान में मचा हड़कंप
भारत की एयर स्ट्राइक के कुछ ही समय बाद लाहौर में हुए सीरियल ब्लास्ट ने पाकिस्तान को झकझोर दिया। स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इन धमाकों में कई लोग घायल हुए हैं और सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट मोड पर हैं।
स्थिति की गंभीरता को देखते हुए शहबाज शरीफ सरकार ने इस्लामाबाद एयरपोर्ट को अगली सूचना तक बंद कर दिया है और एयरस्पेस को भी अस्थायी रूप से सील कर दिया गया है। लाहौर समेत कई शहरों में इमरजेंसी जैसी स्थिति बना दी गई है और नागरिकों से घरों में रहने की अपील की गई है।
बलूचिस्तान में आतंकी हमला, पाकिस्तानी सेना को झटका
भारत की कार्रवाई के बीच ही पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत में आतंकवादी हमले में कम से कम 7 पाकिस्तानी सैनिक मारे गए।
पाकिस्तानी सेना द्वारा जारी बयान में बताया गया कि बलूच लिबरेशन आर्मी के आतंकियों ने माच क्षेत्र में सेना के वाहन को विस्फोटक से उड़ा दिया। इस घटना से पाकिस्तान की आतंरिक सुरक्षा व्यवस्था की पोल खुल गई है।
सीमावर्ती इलाकों में दहशत, ब्लैकआउट और हाई अलर्ट
भारतीय कार्रवाई के डर से पाकिस्तान की सेना ने कसूर, बहावलनगर, सियालकोट और नरवाल जैसे सीमावर्ती इलाकों में रह रहे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट करने के निर्देश दिए हैं। साथ ही पंजाब प्रांत के कैंट एरिया में पूर्ण ब्लैकआउट कर दिया गया है ताकि किसी आकस्मिक हमले से बचा जा सके।

रावलपिंडी, जहां पाकिस्तान सेना का मुख्यालय स्थित है, वहां भी हाई अलर्ट घोषित किया गया है और पूर्ण ब्लैकआउट लागू कर दिया गया है। सुरक्षा एजेंसियों की सतर्कता से अंदाजा लगाया जा सकता है कि पाकिस्तान भारत की अगली कार्रवाई से बुरी तरह भयभीत है।
ऑपरेशन सिंदूर 2.0: कभी भी हो सकता है अगला हमला
सूत्रों के हवाले से खबर है कि भारत अब ऑपरेशन सिंदूर 2.0 की व्यापक तैयारी में जुट चुका है। सेना की सभी इकाइयों को अलर्ट पर रखा गया है और रणनीतिक ठिकानों पर गतिविधियां तेज हो गई हैं। ऐसा माना जा रहा है कि यदि पाकिस्तान की ओर से कोई भी उकसावे वाली कार्रवाई होती है, तो भारत दोबारा बड़ा हमला कर सकता है।