नई दिल्ली: भारत ने 7 मई की सुबह ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान और उसके कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में मौजूद आतंकियों के ठिकानों पर सटीक एयरस्ट्राइक कर उन्हें पूरी तरह तबाह कर दिया। ये ठिकाने लंबे समय से आतंकी गतिविधियों की ट्रेनिंग और लॉन्चिंग के लिए इस्तेमाल हो रहे थे। भारतीय वायुसेना की इस कार्रवाई ने पाकिस्तान के एयर डिफेंस सिस्टम की पोल खोलकर रख दी है, जिसे उसने चीन से खरीदा था।

पीआईबी की ओर से जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में बताया गया है कि भारतीय वायुसेना ने चीन निर्मित एयर डिफेंस सिस्टम को जाम और बाइपास करते हुए घुसपैठ कर हमला किया। वहीं दूसरी ओर भारत ने अपने हमलों में सटीकता और लक्ष्यभेदी रणनीति का परिचय देते हुए आतंकी ठिकानों को चिन्हित कर नष्ट कर दिया।
विदेशी तकनीकें हुईं बेअसर, भारतीय रणनीति ने दिखाई ताकत
प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारतीय रक्षा प्रणाली ने पाकिस्तान द्वारा विदेशों से आयात की गई कई अत्याधुनिक तकनीकों को निष्क्रिय कर दिया। इनमें चीन निर्मित पीएल-15 मिसाइल के अवशेष, तुर्किए में बने मानव रहित हवाई यान (यूएवी), लंबी दूरी के रॉकेट, क्वाडकॉप्टर और व्यावसायिक ड्रोन शामिल हैं। इन सभी को भारत की इलेक्ट्रॉनिक वॉरफेयर क्षमताओं ने नष्ट या निष्प्रभावी कर दिया।
नूर खान और रहीमयार खान एयरबेस पर सर्जिकल स्ट्राइक
भारत ने इस अभियान में पाकिस्तान के प्रमुख सैन्य ठिकानों जैसे नूर खान एयरबेस और रहीमयार खान एयरबेस को भी निशाना बनाया। भारतीय वायुसेना के आधुनिक हथियारों ने इन एयरबेस के रडार, मिसाइल प्रणाली और अन्य रक्षा संरचनाओं को भी नष्ट कर दिया। यह हमला न केवल तकनीकी दृष्टि से अत्यंत उन्नत था, बल्कि रणनीतिक रूप से भी बेहद सफल रहा।

आतंकियों के हमले का सटीक जवाब
भारत की यह कार्रवाई 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के प्रतिउत्तर में की गई थी। इस हमले में सुरक्षाबलों को बलिदान देना पड़ा था। इसके बाद भारत ने 7 मई को तड़के ऑपरेशन सिंदूर के तहत जवाबी हमला कर आतंकी संरचनाओं को ध्वस्त किया। इस कार्रवाई के जवाब में पाकिस्तान ने 8, 9 और 10 मई को भारत के सैन्य ठिकानों पर जवाबी हमले की कोशिश की, लेकिन भारतीय रक्षा प्रणाली ने सभी प्रयासों को नाकाम कर दिया।