राजस्थान सरकार (Rajasthan Government) के सभी 25 मंत्री करोड़पति हैं। उनकी औसत संपत्ति 7.08 करोड़ रुपये है। एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (Association for Democratic Reforms, ADR) और राजस्थान इलेक्शन वॉच के विश्लेषण के मुताबिक, सूबे के 8 मंत्री आपराधिक मामलों का सामना कर रहे हैं। एडीआर की उक्त रिपोर्ट बीते विधानसभा चुनाव से पहले दाखिल किए गए हलफनामों पर आधारित है। राजस्थान के वर्तमान मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा के पास 1.46 करोड़ रुपये की संपत्ति है।
भजन लाल शर्मा के पास 46 लाख रुपये की देनदारियां भी हैं। उनके खिलाफ एक आपराधिक मामला भी दर्ज है। सबसे अधिक संपत्ति वाले मंत्री लोहावट निर्वाचन क्षेत्र से भाजपा के गजेंद्र सिंह हैं, जिनकी संपत्ति 29.07 करोड़ रुपये है। झाडोल (एसटी) निर्वाचन क्षेत्र से भाजपा के बाबूलाल खराड़ी के पास सबसे कम 1.24 करोड़ रुपये की घोषित संपत्ति है।
एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (Association for Democratic Reforms, ADR) और राजस्थान इलेक्शन वॉच की रिपोर्ट के मुताबिक, 25 मंत्रियों की औसत संपत्ति 7.08 करोड़ रुपये है। हालांकि, 19 मंत्रियों के पास बड़ी देनदारियां भी हैं। अलवर शहरी निर्वाचन क्षेत्र से भाजपा के संजय शर्मा पर 4.91 करोड़ रुपये की देनदारियां हैं।
दो मंत्रियों के खिलाफ सबसे अधिक आपराधिक मामले दर्ज हैं। रामगंज मंडी (एससी) निर्वाचन क्षेत्र से मदन दिलावर के खिलाफ 14 आपराधिक मामले दर्ज हैं और सवाई माधोपुर निर्वाचन क्षेत्र से किरोड़ी लाल के खिलाफ 12 आपराधिक मामले दर्ज हैं। वहीं सीएम के खिलाफ एक केस है।
राजस्थान सरकार में मंत्रियों की शिक्षा को देखें तो चार मंत्रियों (16 प्रतिशत) के पास 5वीं और 12वीं कक्षा के बीच शैक्षिक योग्यता है, जबकि 18 मंत्री (72 प्रतिशत) स्नातक हैं। तीन मंत्रियों ने डिप्लोमा किया है। सूबे के अधिकांश मंत्री 51 से 80 साल की उम्र के हैं। सुरेंद्र पाल सिंह ऐसे मंत्री है जो किसी भी सीट से विधायक नहीं हैं। वह 5 जनवरी को करणपुर विधानसभा क्षेत्र के उपचुनाव में भाजपा के उम्मीदवार हैं।