झुंझुनूं: जिले के उदयपुरवाटी क्षेत्र में शुक्रवार को मनसा माता की पहाड़ियों में एक दर्दनाक सड़क हादसा हो गया। दर्शन कर लौट रहे श्रद्धालुओं से भरी एक बस ब्रेक फेल होने के कारण अनियंत्रित होकर एक बिजली पोल से टकरा गई। टक्कर के बाद बस में आग लग गई, जिससे घटनास्थल पर अफरा-तफरी मच गई। इस हादसे में जयपुर निवासी धूड़सिंह शेखावत की मौत हो गई, जबकि करीब दो दर्जन श्रद्धालु घायल हुए हैं।
हादसे की सूचना मिलते ही जिला प्रशासन सक्रिय हो गया। जिला कलेक्टर अरुण गर्ग ने एडिशनल एसपी देवेंद्र सिंह राजावत, एसडीएम सुमन सोनम, एडीएम अजय आर्य और सीएमएचओ छोटेलाल गुर्जर को तुरंत मौके के लिए रवाना किया। मौके पर पुलिस और प्रशासन की टीमों ने राहत व बचाव कार्य शुरू कर दिया। घायलों को पोंख और उदयपुरवाटी के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर भर्ती कराया गया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, जयपुर के मूंडरू गांव से लगभग 40 से 50 लोग एक निजी कार्यक्रम में भाग लेने के लिए गुड़ा क्षेत्र आए थे। कार्यक्रम समाप्त होने के बाद सभी श्रद्धालु मनसा माता मंदिर में दर्शन के लिए पहुंचे थे। लौटते समय जब बस पहाड़ियों से नीचे उतर रही थी, उसी दौरान अचानक उसके ब्रेक फेल हो गए और बस तेज गति में जाकर एक बिजली के खंभे से टकरा गई। टक्कर के तुरंत बाद बस में आग लग गई।
हादसे के समय पूर्व मंत्री राजेंद्र सिंह गुड़ा भी मौके पर मौजूद थे। उन्होंने और स्थानीय लोगों ने तत्परता दिखाते हुए जेसीबी की मदद से बस में फंसे घायल ड्राइवर को बाहर निकाला। ड्राइवर आग से बुरी तरह झुलस गया और उसे प्राथमिक उपचार के बाद गंभीर अवस्था में उच्च चिकित्सा केंद्र भेजा गया।
प्रशासनिक आंकड़ों के अनुसार, अब तक हादसे में 22 श्रद्धालु घायल पाए गए हैं, जिनमें से कई की हालत गंभीर बनी हुई है, जबकि कुछ को मामूली चोटें आई हैं। स्थानीय पुलिस ने हादसे की जांच शुरू कर दी है और यह पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है कि बस की तकनीकी खामी पहले से मौजूद थी या लापरवाही के कारण यह हादसा हुआ।
दुर्घटना के बाद श्रद्धालुओं और ग्रामीणों में भय और आक्रोश का माहौल देखा गया। प्रशासन ने आश्वासन दिया है कि हादसे की गहराई से जांच की जाएगी और दोषियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी।