उदयपुरवाटी: थाने में धोखाधड़ी के मामले में राजीनामा करने आए व्यक्ति की हार्ट अटैक से मौत हो गई। फोन पर बात करते-करते वह अचानक बेहोश होकर जमीन पर गिर गया।
घटनाक्रम:
मोतीलाल सैनी (45), पुत्र बिड़दूराम सैनी, निवासी जखरिया मोड़, गुड़ा ढेहर पंचायत (उदयपुरवाटी), शनिवार रात थाने में धोखाधड़ी के मामले में राजीनामा करने आए थे। रात करीब 10:13 बजे, फोन पर बात करते-करते वह अचानक लड़खड़ाकर जमीन पर गिर गए। पास बैठी महिला कॉन्स्टेबल आशा ने उन्हें संभाला और थाने के अन्य पुलिसकर्मियों को बुलाया। पुलिसकर्मियों ने मोतीलाल को उदयपुरवाटी के सरकारी अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टर मनोज सैनी ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। डॉक्टर ने बताया कि उनकी मौत हार्ट अटैक से हुई है।
पुलिस कार्रवाई:
पुलिस ने पोस्टमॉर्टम करवाकर शव परिजनों को सौंप दिया। मोतीलाल के भाई हुकमाराम सैनी ने इस संबंध में जांच की मांग की है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
घटना का विवरण:
ASP गिरधारी लाल शर्मा ने बताया कि मोतीलाल सैनी ने 9 मई को उदयपुरवाटी थाने में धोखाधड़ी का मामला दर्ज कराया था। उन्होंने अपने बहनोई सोहन लाल से मार्शल गाड़ी खरीदी थी, जिसे उन्होंने बिना अपने नाम ट्रांसफर कराए उदयपुरवाटी के दीपपुरा गांव के रहने वाले रोहिताश को बेच दिया। रोहिताश ने भी गाड़ी के कागजात अपने नाम नहीं करवाए और 10 हजार रुपए भी नहीं दिए। रोहिताश ने गाड़ी नागौर के बागोट के रहने वाले रुमाल निकता को बेच दी। मोतीलाल ने बार-बार सभी से गाड़ी के कागजात अपने नाम करवाने की अपील की, लेकिन कोई हल नहीं निकला, इसलिए उन्होंने थाने में मामला दर्ज कराया था।
राजीनामा करने आए थे थाने:
ASP शर्मा ने बताया कि इसी मामले में शनिवार रात को सभी लोग थाने में राजीनामा करने आए थे। गाड़ी के अंतिम खरीदार रुमाल ने 50 हजार रुपए देकर गाड़ी लेकर जाने की बात कही थी। रुमाल ने ऑनलाइन पेमेंट देने की पेशकश की, लेकिन मोतीलाल ने नकद में पैसे लेने की मांग की। रविवार सुबह नकद पैसे देने पर दोनों पक्षों में समझौता हो गया। इसके बाद मोतीलाल समझौते के बारे में बताने के लिए थाने के अंदर जा रहे थे, तभी अचानक गिर पड़े।
मार्च में हार्ट का ऑपरेशन हुआ था:
मोतीलाल का मार्च में हार्ट का ऑपरेशन हुआ था। उनके पिता की पहले ही मृत्यु हो चुकी थी और उनके छोटे बच्चे हैं। मोतीलाल के परिवार में कमाने वाला कोई और नहीं था। मोतीलाल को चिंता थी कि बेची हुई गाड़ी से अगर कोई हादसा हो गया, तो उनके पास मुआवजे के लिए पैसे नहीं होंगे।
निष्कर्ष:
यह घटना जीवन की अनिश्चितता को दर्शाती है। पुलिस लोगों से अपील करती है कि यदि उन्हें किसी संदिग्ध व्यक्ति के बारे में जानकारी मिले, तो तुरंत पुलिस को सूचित करें।