गाजा/इजरायल: इजरायल द्वारा गाजा पट्टी पर लगातार बमबारी के बीच रविवार को उत्तरी गाजा में विस्थापित नागरिकों को आश्रय देने वाले एक घर पर इजरायली हवाई हमले में कम से कम 17 लोगों की जान चली गई। यह जानकारी दीर अल-बलाह में शव प्राप्त करने वाले नजदीकी अस्पताल के निदेशक द्वारा दी गई है। गाजा सिटी में अल-अहली अस्पताल के निदेशक डॉ. फादेल नईम ने बताया कि इस हमले में नौ महिलाएं भी शामिल हैं और बचाव कार्य जारी रहने के कारण मृतकों की संख्या बढ़ सकती है।
हमले के दौरान जबालिया के घनी आबादी वाले शरणार्थी शिविर में रहने वाले लोग इजरायली बमबारी की चपेट में आए। इजरायल पिछले एक महीने से जबालिया और आसपास के शहरों बेइत लाहिया और बेइत हनौन को घेरे हुए है और यहां मानवीय सहायता की बेहद कमी हो गई है। लोगों को सुरक्षित स्थानों तक पहुंचने के सीमित रास्ते ही उपलब्ध हैं। इजरायली सेना की ओर से इस घटना पर कोई बयान नहीं आया है।
उत्तरी गाजा पर इजरायली सेना की घेराबंदी जारी
एक महीने से इजरायली सेना उत्तरी गाजा के इलाकों में घेराबंदी कर रही है। जबालिया के साथ ही बेइत लाहिया और बेइत हनौन के अधिकांश क्षेत्र भी इजरायली सेना के कब्जे में हैं, जिससे इन क्षेत्रों में रहने वाले हजारों लोग गाजा सिटी में शरण लेने के लिए मजबूर हैं। मानवाधिकार संगठनों और चिकित्सा अधिकारियों के अनुसार, गाजा के उत्तरी हिस्से पर इजरायल के भूमि आक्रमण के चलते पूरे क्षेत्र में व्यापक विनाश हुआ है। इस संघर्ष की शुरुआत हमास द्वारा दक्षिणी इजरायल पर हमले के बाद हुई थी, जिसने इजरायल-हमास के बीच नए सिरे से युद्ध को भड़का दिया है।
कतर ने हमास से अपना समर्थन किया वापस, वार्ता में बाधा
इस बीच, कतर ने हमास से अपने संबंधों में कटौती की घोषणा की है। कतर ने दोहा में स्थित हमास के कार्यालय को बंद करने का आदेश दिया है। यह फैसला गाजा में इजरायली बंधकों की रिहाई में हमास की असमर्थता और युद्धविराम वार्ता में उसके अड़ियल रुख के चलते लिया गया है। कतर ने इस युद्धविराम वार्ता से स्वयं को अलग करते हुए स्पष्ट किया कि वह हमास की हिंसात्मक रणनीति का समर्थन नहीं करेगा। गौरतलब है कि हमास के अधिकारी 2012 से कतर में अपनी गतिविधियां संचालित करते आ रहे हैं, लेकिन इस घटनाक्रम के बाद कतर की ओर से उन्हें अपनी गतिविधियां सीमित करने का निर्देश दिया गया है।