इजरायल / लेबनान: इजरायल और हमास के बीच जारी संघर्ष को अब एक साल पूरा हो चुका है। इजरायल डिफेंस फोर्स (IDF) द्वारा लगातार लेबनान और गाजा पट्टी में हमले किए जा रहे हैं। इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने साफ कर दिया है कि जब तक हमास और उसके सहयोगी समूहों का पूर्ण खात्मा नहीं होगा, तब तक यह संघर्ष जारी रहेगा। उनका रुख स्पष्ट है कि इजरायल की सुरक्षा सर्वोपरि है और इसके लिए कोई भी कदम उठाने से वह पीछे नहीं हटेंगे।
गाजा पट्टी पर IDF का हमला: 18 लोगों की मौत
शनिवार को इजरायली सेना ने मध्य गाजा पट्टी में स्थित ‘शुहादा अल-अक्सा’ मस्जिद पर एक बड़ा हमला किया। आईडीएफ का दावा है कि इस हमले में 18 लोग मारे गए हैं, जो हमास के लड़ाके थे। सेना के अनुसार, यह मस्जिद हमास का एक ऑपरेशनल सेंटर था, जहां से आतंकी गतिविधियां संचालित की जा रही थीं।
इजरायल की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार, यह हमला गाजा पट्टी के डेर अल-बला क्षेत्र में स्थित मस्जिद पर किया गया। मस्जिद के पास अल-अक्सा अस्पताल भी है, और हमला इसी इलाके में हुआ है। पिछले एक साल से गाजा पट्टी में इस तरह की कार्रवाई लगातार हो रही है, जिससे इलाके का एक बड़ा हिस्सा पूरी तरह से मलबे में बदल चुका है।
लेबनान में हिज्बुल्लाह के खिलाफ निर्णायक जंग
इस बीच, इजरायल ने लेबनान में हिज्बुल्लाह के खिलाफ भी निर्णायक जंग छेड़ रखी है। हिज्बुल्लाह, जो कि एक प्रमुख शिया आतंकी संगठन है, इजरायल के लिए एक बड़ा खतरा बना हुआ है। दोनों मोर्चों पर इजरायल पूरी ताकत के साथ हमले कर रहा है और अपने दुश्मनों का सफाया करने का लक्ष्य रखे हुए है।
गाजा पट्टी में मानवीय संकट और अंतर्राष्ट्रीय प्रतिक्रियाएं
गाजा पट्टी में पिछले एक साल के संघर्ष ने मानवीय संकट की स्थिति पैदा कर दी है। हजारों लोग मारे गए हैं और लाखों लोग बेघर हो चुके हैं। संयुक्त राष्ट्र और अन्य मानवीय संगठनों ने यहां जनकल्याणकारी कार्यक्रम, जैसे पोलियो अभियान, चलाने की कोशिश की है, लेकिन संघर्ष के चलते उनकी पहुंच बेहद सीमित रही है।
अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर इस संघर्ष को समाप्त करने की कई बार कोशिशें हुई हैं, लेकिन इजरायल और हमास के बीच युद्धविराम अब तक सफल नहीं हो पाया है। इजरायल का कहना है कि जब तक हमास पूरी तरह समाप्त नहीं होता, तब तक संघर्ष को रोकना असंभव है।