गाजा: इजरायल और हमास के बीच जारी भीषण संघर्ष के चलते गाजा पट्टी एक बार फिर बमबारी की आग में जल रही है। इजरायली वायुसेना द्वारा बुधवार और गुरुवार की दरम्यानी रात को खान यूनिस शहर पर किए गए भीषण हवाई हमलों में 50 से अधिक लोग मारे गए, जिनमें कतर के एआई अरबी टेलीविजन नेटवर्क के पत्रकार हसन सामौर और उनके परिवार के 11 सदस्य भी शामिल हैं।
खान यूनिस के नासिर अस्पताल के मुर्दाघर में दर्जनों शवों को लाया गया है। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, भारी बमबारी लगातार दूसरी रात जारी रही, जिससे नागरिकों में गहरी दहशत और आक्रोश है।

इजरायली हमलों से गाजा में विनाश: अस्पताल भी नहीं बचे सुरक्षित
फिलिस्तीनी स्वास्थ्य अधिकारियों और चिकित्सा सूत्रों के अनुसार, गाजा में पिछले 48 घंटों में 80 से अधिक फिलिस्तीनी नागरिकों की मौत हुई है, जबकि दर्जनों लोग घायल हुए हैं।
गाजा यूरोपीय अस्पताल, जो क्षेत्र में कैंसर रोगियों की देखभाल करने वाला एकमात्र केंद्र था, इजरायली बमबारी में पूरी तरह नष्ट हो चुका है। इस अस्पताल के बंद होने से न्यूरोसर्जरी, हृदय देखभाल और कैंसर उपचार जैसी आवश्यक स्वास्थ्य सेवाएं भी ठप हो गई हैं, जो अब गाजा में कहीं उपलब्ध नहीं हैं।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के महानिदेशक टेड्रोस एडनॉम घेब्रेयसस ने एक्स (पूर्व ट्विटर) पर जानकारी दी कि,
“खान यूनिस का यूरोपीय अस्पताल मंगलवार को हुए इजरायली हमले में गंभीर रूप से क्षतिग्रस्त हो गया है। यह गाजा के नागरिकों के लिए एकमात्र जीवनरक्षक केंद्र था। इसके बंद होने से हजारों रोगियों की जान जोखिम में है।”
बुनियादी ढांचा ध्वस्त, सड़कों से लेकर सीवेज लाइनों तक तबाही
गाजा के अधिकारियों ने प्रेस बयान में बताया कि इजरायली हवाई हमलों ने सड़कों, सीवेज लाइनों और अस्पताल के आंतरिक विभागों को भी भारी नुकसान पहुंचाया है। अस्पताल तक पहुंचने वाली सड़कों के नष्ट हो जाने से एम्बुलेंस सेवाएं और राहत कार्य भी बाधित हो गए हैं।
दो महीने के युद्धविराम के बाद फिर शुरू हुआ सैन्य अभियान
गौरतलब है कि इजरायल ने 18 मार्च 2025 को गाजा में बड़े पैमाने पर सैन्य अभियान दोबारा शुरू किया था। यह निर्णय दो महीने के युद्धविराम के समाप्त होने के बाद लिया गया। इसके बाद से अब तक 2,876 फिलिस्तीनी मारे जा चुके हैं और 7,800 से अधिक घायल हो चुके हैं।
पिछले बुधवार को भी गाजा के उत्तर और दक्षिणी हिस्सों में हवाई हमले हुए थे, जिनमें 70 लोगों की मौत हुई, जिनमें 22 बच्चे भी शामिल थे।

पत्रकार की मौत ने उठाए प्रेस स्वतंत्रता पर सवाल
कतर टेलीविजन नेटवर्क के संवाददाता हसन सामौर की मौत ने युद्ध क्षेत्र में कार्यरत पत्रकारों की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। रिपोर्ट्स के अनुसार, हसन अपने परिवार के साथ स्थित घर में मौजूद थे, जिस पर सीधा हमला हुआ। मीडिया संगठनों ने इसकी कड़ी निंदा करते हुए संयुक्त राष्ट्र से स्वतंत्र जांच की मांग की है।
डोनाल्ड ट्रंप की क्षेत्रीय यात्रा और बढ़ती उम्मीदें
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप इस समय खाड़ी देशों की यात्रा पर हैं। उम्मीद की जा रही है कि उनकी यह यात्रा गाजा संघर्ष को समाप्त करने की दिशा में महत्वपूर्ण प्रयासों की शुरुआत कर सकती है।
हालांकि, इस दौरान इजरायली हमलों में तीव्रता और मानवीय संकट ने स्थिति को और जटिल बना दिया है। गाजा की घेराबंदी अब तीसरे महीने में प्रवेश कर चुकी है, जिससे खाद्य, ईंधन और दवाओं की भारी कमी हो गई है।