इजरायल/लेबनान: इजरायल और लेबनान स्थित आतंकवादी संगठन हिज्बुल्लाह के बीच चल रही लड़ाई और भीषण हो गई है। हिज्बुल्लाह द्वारा इजरायल पर लगातार हवाई हमले किए जा रहे हैं, जबकि इजरायल की सेना ने लेबनान में अपने ऑपरेशन तेज कर दिए हैं। इस बीच, इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने मंगलवार को एक महत्वपूर्ण घोषणा की, जिसमें उन्होंने हिज्बुल्लाह के चीफ हसन नसरल्लाह के उत्तराधिकारी को खत्म करने का दावा किया।
नेतन्याहू का बड़ा दावा: ‘हिज्बुल्लाह की ताकत को कम किया’
नेतन्याहू ने पहले से रिकॉर्ड किए गए एक वीडियो संदेश में कहा, “हमने हिज्बुल्लाह की ताकत को काफी हद तक कमजोर कर दिया है। हमने हजारों आतंकवादियों को मार गिराया, जिनमें हसन नसरल्लाह, उसका उत्तराधिकारी और यहां तक कि उसके उत्तराधिकारी का विकल्प भी शामिल है।” हालांकि, प्रधानमंत्री ने किसी भी उत्तराधिकारी का नाम नहीं बताया, जिससे यह स्पष्ट नहीं हो पाया कि किसे खत्म किया गया है।
रक्षा मंत्री योव गैलेंट ने जताई थी संभावित उत्तराधिकारी की मौत की आशंका
इजरायल के रक्षा मंत्री योव गैलेंट ने भी कुछ दिन पहले इस बात की संभावना जताई थी कि हिज्बुल्लाह के चीफ हसन नसरल्लाह के संभावित उत्तराधिकारी हाशेम सफीद्दीन को मारा जा चुका है। हालांकि, इस बारे में कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई थी। अंतरराष्ट्रीय समाचार एजेंसी रॉयटर्स के अनुसार, यह भी स्पष्ट नहीं है कि नेतन्याहू द्वारा उल्लेखित “उत्तराधिकारी का विकल्प” कौन था।
लेबनानी जनता से नेतन्याहू की अपील
अपने वीडियो संदेश में नेतन्याहू ने लेबनान की जनता से सीधा संवाद किया। उन्होंने लेबनानी लोगों से अपील की कि वे अपने देश को हिज्बुल्लाह के चंगुल से मुक्त करें और शांति के मार्ग पर लौटें। उन्होंने कहा, “इजरायल को अपनी रक्षा करने का अधिकार है और हम इसे जारी रखेंगे। अब समय है कि आप अपने देश को शांति और समृद्धि के रास्ते पर ले जाएं।” नेतन्याहू ने जोर देकर कहा कि हिज्बुल्लाह की ताकत अब पहले से काफी कमजोर हो गई है और यह संगठन अपने सबसे बुरे दौर से गुजर रहा है।
हिज्बुल्लाह की सैन्य उपस्थिति और क्षेत्रीय तनाव
लेबनान में हिज्बुल्लाह की सैन्य उपस्थिति लंबे समय से जारी है और यह संगठन इजरायल के लिए लगातार खतरा बना हुआ है। क्षेत्र में जारी तनाव के बीच नेतन्याहू का यह बयान बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है। इजरायल और हिज्बुल्लाह के बीच बढ़ते संघर्ष ने मध्य पूर्व के हालात और जटिल कर दिए हैं, जहां दोनों पक्ष एक-दूसरे पर लगातार हमले कर रहे हैं। इजरायल की सेना ने लेबनान के दक्षिणी इलाकों में कई सैन्य ठिकानों और आतंकवादी ठिकानों को निशाना बनाकर हमले किए हैं।