ईरान/इजराइल: इजराइल ने शनिवार तड़के ईरान में 10 सैन्य ठिकानों पर हवाई हमले किए, जो 1 अक्टूबर को इजराइल पर हुए ईरानी बैलिस्टिक मिसाइल हमले का जवाब था। इस हमले की पुष्टि करते हुए, इजराइल की राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के प्रवक्ता सीन सेवेट ने बताया कि इजराइल ने यह कदम अपनी सुरक्षा के मद्देनजर उठाया है। हालांकि, ईरान के किन-किन इलाकों में ये हमले हुए, इस बारे में विस्तृत जानकारी नहीं दी गई है। इजराइल ने यह जानकारी केवल साझा की है कि वे विशिष्ट सैन्य ठिकानों पर हमले कर रहे हैं।
फॉक्स न्यूज की एक रिपोर्ट के अनुसार, ईरान पर हमले से पहले इजराइल ने व्हाइट हाउस को इसकी सूचना दी थी। इसके साथ ही, इजराइल ने सीरिया के दक्षिण और मध्य हिस्सों में भी हवाई हमले किए। सीरियाई सरकारी समाचार एजेंसी SANA के अनुसार, इजराइल ने शनिवार सुबह करीब 2 बजे सीरिया के दक्षिण और मध्य भाग में कई सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया। SANA की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि सीरियाई एयर डिफेंस सिस्टम ने कुछ मिसाइलों को हवा में ही नष्ट कर दिया, और अब अधिकारी नुकसान का आकलन कर रहे हैं।
ईरान के सैन्य ठिकानों पर हमला – आईडीएफ का बयान
इजराइली डिफेंस फोर्स (आईडीएफ) के प्रवक्ता रियर एडमिरल डैनियल हगारी ने एक वीडियो बयान में कहा कि इजराइल के खिलाफ ईरान के हमले का जवाब देने के लिए आईडीएफ ने सटीक हमले किए हैं। हगारी ने बताया कि 7 अक्टूबर 2023 से ईरान और उसके सहयोगियों द्वारा सात अलग-अलग मोर्चों पर इजराइल को लगातार निशाना बनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि अन्य किसी भी संप्रभु देश की तरह, इजराइल को भी अपनी सुरक्षा का अधिकार है। “हम अपने देश और नागरिकों की रक्षा के लिए आवश्यक हर कदम उठाएंगे,” उन्होंने कहा।
सुरक्षा अलर्ट और तैयारियां
इस हमले के बावजूद, नागरिक सुरक्षा के निर्देशों में फिलहाल कोई बदलाव नहीं किया गया है। रियर एडमिरल हगारी ने कहा कि होम फ्रंट कमांड द्वारा जारी किए गए दिशा-निर्देशों का पालन करना अभी भी जरूरी है। उन्होंने नागरिकों को सतर्क रहने और मौजूदा दिशा-निर्देशों का पालन करने की सलाह दी है। साथ ही, उन्होंने कहा कि आईडीएफ हमले और संभावित जवाबी हमलों के लिए पूरी तरह से तैयार है और ईरान एवं उसके सहयोगियों की गतिविधियों पर कड़ी नजर रख रहा है।
बंकर से हो रही स्थिति पर निगरानी
जैसे ही ईरान पर हमले शुरू हुए, इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू अपने रक्षा मंत्री योआव गैलेंट और शीर्ष आईडीएफ जनरलों के साथ तेल अवीव में एक बंकर से स्थिति की निगरानी कर रहे थे। प्रधानमंत्री कार्यालय द्वारा जारी की गई एक तस्वीर में नेतन्याहू और उनके सहयोगियों को सुरक्षा स्थिति पर चर्चा करते हुए दिखाया गया है।
अमेरिका का समर्थन और अपील
सूत्रों के अनुसार, इजराइल के एक अधिकारी ने बताया कि इजराइल का निशाना केवल सैन्य ठिकानों पर है, न कि ईरानी परमाणु सुविधाओं या तेल क्षेत्रों पर। बाइडेन प्रशासन ने इजराइल के इस कदम का समर्थन किया है लेकिन साथ ही इजराइल से यह अपील भी की है कि वह ऐसे लक्ष्यों पर हमला न करे जिससे क्षेत्रीय संघर्ष बढ़े। अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने मिडिल ईस्ट का दौरा किया था और इजराइली अधिकारियों को ऐसे कदम न उठाने की चेतावनी दी थी जो इस तनाव को और भड़का सकते हैं।
विस्फोटों से दहला तेहरान
ईरान की राजधानी तेहरान में जोरदार धमाकों की आवाजें सुनी गईं। सरकारी मीडिया ने शुरुआत में इन धमाकों की पुष्टि करते हुए कहा कि ये आवाजें शहर के चारों ओर एयर डिफेंस सिस्टम से आ रही थीं। एक स्थानीय निवासी ने बताया कि रात में कम से कम सात धमाकों की आवाज सुनी गई, जिससे पूरा क्षेत्र दहल गया।
ईरान का बैलिस्टिक मिसाइल हमला और गाजा युद्ध का प्रभाव
गौरतलब है कि हाल के महीनों में गाजा पट्टी में चल रहे इजराइल-हमास युद्ध के बीच ईरान ने दो बार इजराइल पर बैलिस्टिक मिसाइल हमले किए हैं। इस युद्ध की शुरुआत 7 अक्टूबर 2023 को हमास द्वारा इजराइल पर किए गए हमले से हुई थी, जिसके बाद से पूरे क्षेत्र में संघर्ष बढ़ गया है। इस बीच, इजराइल ने लेबनान में भी जमीनी हमले किए हैं। इस स्थिति को देखते हुए अमेरिकी अधिकारियों ने इजराइल को चेतावनी दी है कि कोई ऐसा कदम न उठाया जाए जो इस संघर्ष को और अधिक बढ़ा दे या परमाणु हमले जैसी स्थिति की संभावना बढ़ा दे।