अमेरिका: अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव को लेकर गहमागहमी के बीच अब केवल कुछ ही दिनों का समय बचा है। इस दौरान भारतीय-अमेरिकी समुदाय में वोटिंग पैटर्न पर किए गए एक सर्वेक्षण ने डेमोक्रेटिक पार्टी के लिए चेतावनी का संकेत दिया है। कार्नेगी एंडोमेंट फॉर इंटरनेशनल पीस ने रिसर्च और एनालिटिक्स फर्म यूजीओवी के साथ मिलकर 18 सितंबर से 15 अक्टूबर के बीच किए गए इस ऑनलाइन सर्वे के निष्कर्षों से खुलासा किया कि भारतीय-अमेरिकी समुदाय का डेमोक्रेटिक पार्टी के प्रति झुकाव तो अब भी बना हुआ है, लेकिन रिपब्लिकन उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप का समर्थन बढ़ रहा है।
इस सर्वे में पाया गया कि भारतीय-अमेरिकी मतदाताओं में 61 प्रतिशत लोग डेमोक्रेटिक उम्मीदवार और वर्तमान उपराष्ट्रपति कमला हैरिस के समर्थन में हैं, जबकि 32 प्रतिशत ने ट्रंप का समर्थन किया। इस सर्वेक्षण के अनुसार, ट्रंप को समर्थन देने वाले भारतीय-अमेरिकियों की संख्या में मामूली वृद्धि देखी गई है। रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि महिलाएं कमला हैरिस का अधिक समर्थन कर रही हैं, जिसमें 67 प्रतिशत महिलाएं और 53 प्रतिशत पुरुष डेमोक्रेट्स के समर्थन में हैं। दूसरी ओर, 22 प्रतिशत महिलाएं और 39 प्रतिशत पुरुष ट्रंप का समर्थन करने की योजना बना रहे हैं।
भारतीय-अमेरिकी समुदाय में बढ़ता ट्रंप का समर्थन
इस सर्वेक्षण के परिणामों ने भारतीय-अमेरिकी समुदाय में डेमोक्रेटिक पार्टी की स्थिति को चुनौती देने वाले संकेत दिए हैं। लगभग 52 लाख भारतीय मूल के लोग अमेरिका में रहते हैं और इन्हें डेमोक्रेटिक पार्टी के प्रति वफादार मतदाता माना जाता रहा है। परंतु, ट्रंप का समर्थन बढ़ने से यह रुझान बदलता नजर आ रहा है।
विशेषज्ञों का मानना है कि भारतीय-अमेरिकी समुदाय में ट्रंप का समर्थन बढ़ने के पीछे कई कारण हो सकते हैं। ट्रंप का जोर पश्चिम एशिया में संघर्षों को समाप्त करने और मुस्लिम समुदाय से मुलाकात करने जैसे कदमों को उनके समर्थकों द्वारा सकारात्मक रूप में देखा जा रहा है। डेट्रॉयट में मुस्लिम समुदाय से मुलाकात के दौरान उन्होंने वादा किया कि वह संघर्षों को समाप्त करेंगे और पश्चिम एशिया में शांति स्थापित करेंगे।
ट्रंप की तीसरे विश्व युद्ध को रोकने की कसम और कमला हैरिस पर निशाना
पेंसिल्वेनिया में आयोजित एक चुनावी रैली में डोनाल्ड ट्रंप ने कमला हैरिस पर गंभीर आरोप लगाते हुए दावा किया कि यदि वह निर्वाचित होती हैं, तो तीसरा विश्व युद्ध हो सकता है। ट्रंप ने तर्क दिया कि हैरिस वैश्विक नेताओं, जैसे रूस के व्लादिमीर पुतिन और चीन के शी जिनपिंग के साथ प्रभावी ढंग से निपटने में असमर्थ होंगी। उन्होंने कहा कि उनके चुनाव से अमेरिका लाखों नागरिकों के जीवन को जोखिम में डाल देगा।
ट्रंप ने यह भी दावा किया कि देश वर्तमान में तीसरे विश्व युद्ध के बेहद करीब है, लेकिन वह इस संकट को टालने का संकल्प लेकर आए हैं। ट्रंप ने अपनी रैलियों में यह विश्वास जताया कि भारतीय-अमेरिकी और मुस्लिम समुदाय उनके समर्थन में हैं, क्योंकि वह एक शांति समर्थक दृष्टिकोण अपनाने का वादा कर रहे हैं।