वाशिंगटन, अमेरिका: अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप जहां एक तरफ 20 जनवरी को राष्ट्रपति पद की शपथ लेने की तैयारी कर रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ हश मनी केस में उन्हें एक बड़ा कानूनी झटका लगा है। सुप्रीम कोर्ट ने उनकी सजा को रोकने की अपील को खारिज कर दिया है। न्यूयॉर्क कोर्ट के जज जुआन मर्चन ने पहले ही घोषणा कर दी थी कि 10 जनवरी को इस मामले में ट्रंप को सजा सुनाई जाएगी। इसके बाद ट्रंप ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था, लेकिन उनकी याचिका नामंजूर हो गई।
सुप्रीम कोर्ट ने 5-4 से याचिका खारिज की
डोनाल्ड ट्रंप ने 8 जनवरी को सुप्रीम कोर्ट से यह अपील की थी कि हश मनी केस में उनकी सजा पर रोक लगाई जाए। लेकिन सुप्रीम कोर्ट के नौ में से पांच जजों ने उनकी अपील को अस्वीकार कर दिया। कंजर्वेटिव जज जॉन रॉबर्ट्स और एमी कोनी बैरेट ने तीन लिबरल जजों के साथ मिलकर बहुमत बनाया और ट्रंप की याचिका को खारिज कर दिया। चार अन्य जज – क्लेरेंस थॉमस, सैमुअल अलिटो, नील गोरसच और ब्रेट कवनुघ – ट्रंप के पक्ष में थे।
इस फैसले के बाद ट्रंप को 10 जनवरी को होने वाली सुनवाई में सजा सुनाई जाएगी। हालांकि, जज मर्चन ने संकेत दिए हैं कि ट्रंप को जेल की सजा नहीं दी जाएगी, और न ही उन पर कोई जुर्माना या प्रोबेशन लगाया जाएगा।

क्या है हश मनी केस?
हश मनी केस 2016 के अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव से जुड़ा है। इसमें आरोप है कि डोनाल्ड ट्रंप ने एडल्ट स्टार स्टॉर्मी डेनियल्स को उनके साथ कथित संबंधों को लेकर चुप रहने के लिए 1 लाख 30 हजार डॉलर दिए। यह भुगतान चुनाव से ठीक पहले किया गया था, ताकि उनके प्रचार अभियान पर नकारात्मक प्रभाव न पड़े। ट्रंप ने इन आरोपों को सिरे से खारिज किया है और खुद को निर्दोष बताया है।
ट्रंप के वकीलों का पक्ष
8 जनवरी को दायर आपातकालीन याचिका में ट्रंप के वकीलों ने तर्क दिया कि एक निर्वाचित राष्ट्रपति पर पदभार ग्रहण करने से पहले आपराधिक सजा थोपना गंभीर अन्याय होगा और यह सरकार के कार्य में हस्तक्षेप करने के समान होगा। उन्होंने यह भी कहा कि सजा के ऐलान को स्थगित किया जाना चाहिए।
आगे की कार्रवाई पर नजर
अब सबकी नजरें 10 जनवरी पर टिकी हैं, जब न्यूयॉर्क कोर्ट ट्रंप को सजा सुनाएगी। इस मामले ने न केवल कानूनी बल्कि राजनीतिक जगत में भी हलचल मचा दी है। अगर सजा का ऐलान समय पर होता है, तो यह देखना दिलचस्प होगा कि ट्रंप अपने शपथ ग्रहण समारोह से पहले इस चुनौती का सामना कैसे करेंगे।