अमेरिका-चीन: हिंद-प्रशांत क्षेत्र में बढ़ते तनाव के बीच सैन्य विश्लेषकों का अनुमान है कि चीन और उत्तर कोरिया की आक्रामकता का मुकाबला करने के लिए संयुक्त राज्य अमेरिका इस साल अपने लगभग आधे एयरक्राफ्ट कैरियर शिप पश्चिमी प्रशांत क्षेत्र में भेज सकता है. पश्चिमी प्रशांत महासागर में वर्तमान में तीन अमेरिकी विमान वाहक हैं, दो और एयरक्राफ्ट कैरियर आने वाले हैं.
5 फरवरी को अमेरिकी नेवी इंस्टीट्यूट फ्लीट और मरीन ट्रैकर ने कहा कि अमेरिकी नौसेना के प्रशांत बेड़े का एक दल, “यूएसएस अब्राहम लिंकन” अपने घरेलू बंदरगाह को छोड़कर पश्चिमी प्रशांत की ओर जाते हुए हुए देखा गया. इन विमान एयरक्राफ्ट कैरियर के आने के बाद 11 अमेरिकी कैरियर में से 5 पहली बार पश्चिमी प्रशांत क्षेत्र में तैनात हो जाएंगे. USS रोनाल्ड रीगन के अलावा USS कार्ल विंसन और USS थियोडोर रूजवेल्ट को 12 फरवरी को गुआम और हवाई में तैनात किया गया था, अब अप्रैल और जुलाई तक पश्चिमी प्रशांत क्षेत्र में इनके रहने की उम्मीद है.
अमेरिका के तीन एयरक्राफ्ट कैरियर पहले से तैनात
एक रिपोर्ट के मुताबिक पश्चिमी प्रशांत क्षेत्र में पांच विमान वाहकों की तैनाती को अमेरिका द्वारा इस क्षेत्र में शक्ति दिखाने के प्रयास के रूप में देखा जा रहा है. जब साल 2024 की शुरुआत में तीन वाहक तैनात किए गए थे तो विशेषज्ञों ने कहा कि अमेरिका पश्चिमी प्रशांत क्षेत्र में अपनी रणनीतिक स्थिति को मजबूत करना चाहता है.
जनवरी में उत्तर कोरिया ने मध्यम दूरी की बैलिस्टिक मिसाइलों का परीक्षण किया था, इसके जवाब में यूएसएस कार्ल विंसन ने दक्षिण कोरिया और जापान के साथ पूर्वी चीन सागर में नौसैनिक अभ्यास किया था. इसके बाद यूएसएस थियोडोर रूजवेल्ट, जापानी हेलीकॉप्टर जेएस और यूएसएस कार्ल विंसन ने फिलीपीन सागर में एक प्रशिक्षण अभ्यास में भाग लिया. नौसेना ताकत के इस प्रदर्शन में जापान मैरीटाइम सेल्फ-डिफेंस फोर्स के नौ और जहाज अभ्यास में शामिल हुए.
कमांडर ने सैन्य अभ्यास को लेकर क्या कहा?
एक रिपोर्ट के मुताबिक इन अभ्यासों के दौरान यूएसएस थियोडोर रूजवेल्ट के कैरियर स्ट्राइक ग्रुप नाइन के कमांडर रियर एडमिरल क्रिस्टोफर अलेक्जेंडर ने कहा “जब हम समुद्री सुरक्षा चुनौतियों का सामना करने के लिए एक साथ मिलकर काम करते हैं तो इसके बेहतर परिणाम आते हैं”