नई दिल्ली: मोबाइल फोन कॉल के दौरान वर्षों से लोगों को साइबर अपराध से सतर्क रहने की सलाह देने वाली आवाज अब इतिहास बन गई है। दूरसंचार विभाग ने अभिनेता अमिताभ बच्चन की आवाज में रिकॉर्ड की गई साइबर फ्रॉड संबंधी कॉलर ट्यून को हटाने का निर्णय लिया है। यह आदेश आज से प्रभाव में आ गया है।
यह कॉलर ट्यून कोरोना महामारी के दौरान शुरू की गई थी, जब सरकार ने मोबाइल नेटवर्क के माध्यम से लोगों तक स्वास्थ्य सुरक्षा से जुड़े संदेश पहुंचाने की पहल की थी। धीरे-धीरे इसमें साइबर अपराध को लेकर चेतावनियां जोड़ी गईं और यह संदेश भारत के करोड़ों मोबाइल उपभोक्ताओं की पहचान का हिस्सा बन गया। अमिताभ बच्चन की प्रतिष्ठित आवाज़ और भरोसेमंद अंदाज़ में दिए गए इस संदेश ने आमजन को डिजिटल लेन-देन में सतर्क रहने की प्रेरणा दी।
दूरसंचार विभाग और विभिन्न साइबर सुरक्षा एजेंसियों का मानना है कि बदलते समय और तकनीक के साथ अब एक नए प्रकार की जागरूकता अभियान की आवश्यकता है। सूत्रों के अनुसार, अब ऐसी कॉलर ट्यून तैयार की जा रही है जो अलग-अलग आयु वर्ग, विशेषकर युवाओं, वरिष्ठ नागरिकों और ग्रामीण क्षेत्र के लोगों के लिए अधिक सटीक और प्रभावशाली हो।
नई ट्यून में साइबर ठगी के बढ़ते तौर-तरीकों को ध्यान में रखते हुए अधिक व्यावहारिक और जागरूक करने वाला संदेश शामिल किया जाएगा। यह प्रयास भारत में डिजिटल सुरक्षा की दिशा में एक नए चरण की शुरुआत मानी जा रही है।
हालांकि, सोशल मीडिया पर इस बदलाव को लेकर लोगों की मिश्रित प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं। कई लोगों ने इसे एक यादगार और प्रभावशाली पहल बताया है और इसे फिर से शुरू करने की मांग की है। वहीं कुछ लोगों ने इसे समयानुकूल बदलाव बताते हुए सरकार की नई रणनीति का स्वागत किया है।
अमिताभ बच्चन की आवाज में दिया गया साइबर सतर्कता संदेश अब भले ही कॉल के दौरान न सुनाई दे, लेकिन लोगों के ज़ेहन में वह एक लंबे समय तक जागरूकता का प्रतीक बना रहेगा। दूरसंचार विभाग के अनुसार, नई कॉलर ट्यून को जल्द ही सभी मोबाइल नेटवर्क पर जारी किया जाएगा, जो आधुनिक साइबर चुनौतियों के अनुसार तैयार की जा रही है।