पिलानी: गांव के राजकीय प्राथमिक विद्यालय की भवन स्थिति दिन-प्रतिदिन बेहद जर्जर होती जा रही है, जिससे ग्रामीणों में भय का माहौल है। स्थानीय निवासियों ने बताया कि स्कूल का ढांचा अंदर से काफी कमजोर हो चुका है और कभी भी हादसे का कारण बन सकता है। इसके मद्देनज़र सभी ग्रामीणों से अपील की गई है कि वे अपने बच्चों को स्कूल परिसर में खेलने या घूमने के लिए भेजने से रोकें।
विद्यालय की छतों और दीवारों में दरारें आ चुकी हैं, जिससे भवन के गिरने की आशंका बनी हुई है। इसके अतिरिक्त स्कूल परिसर के पास ही टंकी भी स्थापित है, जो खतरे को और अधिक बढ़ा रही है। ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि किसी तरह की जनहानि होती है तो उसकी जिम्मेदारी गांव की नहीं होगी, इसलिए सभी सतर्कता बरतें।
ग्रामीणों से यह भी अनुरोध किया गया है कि स्कूल के मुख्य गेट को ताला लगाकर बंद रखें ताकि कोई अंदर न जा सके क्योंकि भवन की हालत ऐसी है कि किसी भी वक्त वह ढह सकता है।
ग्रामीणों ने भाजपा जिला महामंत्री राजेश दहिया से निवेदन किया है कि जैसे ही बजट स्वीकृत हो, स्कूल भवन की मरम्मत अथवा पुनर्निर्माण का कार्य शीघ्र शुरू करवाया जाए। लोगों ने अनुरोध किया है कि बच्चों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए जल्द से जल्द आवश्यक कदम उठाए जाएं ताकि कोई अनहोनी न हो।
गांव के सूबेदार इन्द्र सिंह शेखावत, महावीर सिंह शेखावत, लक्ष्मण सिंह शेखावत, सूबेदार बलवीर सिंह प्रजापत, चंदगीराम प्रजापत, कुलदीप सिंह राठौड़, कृष्ण सिंह शेखावत, धर्मेंद्र सिंह, विक्रम सिंह, मूलचंद भगत, मेघवाल, रामस्वरूप मेघवाल ने गांव के एकमात्र स्कूल के बंद हो जाने व उसके भवन की जर्जर स्थिति पर चिंता जताई है।