झुंझुनूं, 18 मार्च 2025: अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति अत्याचार विरोधी जिला संघर्ष समिति झुंझुनूं, राजस्थान के जिला अध्यक्ष रामानंद आर्य के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने जिला पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन सौंपकर निष्पक्ष जांच और त्वरित न्याय की मांग की।

इन मामलों में निष्पक्ष जांच की मांग
ज्ञापन में रोशनलाल पुत्र तेजपाल मेघवाल (गांव टोडी गुढ़ा), प्रभुदयाल पुत्र बसंत लाल रैगर (गांव बड़ागांव) और शीशराम पुत्र गणपतराम (गांव हुकूमपुरा) पर हुए जानलेवा हमले के मामलों की निष्पक्ष जांच की मांग की गई।
इसके अलावा, सवाई सिंह पुत्र हरिश्चन्द्र (गांव भीमसर) के पुत्र प्रिंस सर्वा के अपहरण और जानलेवा हमले के प्रकरण में जांच अधिकारी बदलने की मांग भी समिति द्वारा रखी गई।
एसपी ने दिया त्वरित कार्रवाई का आश्वासन
जिला पुलिस अधीक्षक ने ज्ञापन को गंभीरता से लेते हुए निष्पक्ष और त्वरित न्याय का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि समुचित जांच प्रक्रिया अपनाते हुए दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

प्रतिनिधिमंडल में शामिल प्रमुख सदस्य
इस मौके पर समिति के संरक्षक बलबीर सिंह काला, महासचिव विकास आल्हा, कोषाध्यक्ष देवकरण सिंह महेरिया, रामनिवास भूरिया, बसपा नेता रामावतार नारनौलिया, ताराचंद गहनोलिया, मेजर भूपेंद्र मेघवाल, कजोड़मल बरवड़, बाबूलाल सिंघल, सवाई सिंह सर्वा, प्रभुदयाल बड़ागांव और शीशराम सिलोलिया सहित कई लोग मौजूद रहे।
समिति ने की निष्पक्ष न्याय की अपील
समिति के पदाधिकारियों ने कहा कि अनुसूचित जाति और जनजाति समाज के लोगों पर हो रहे अत्याचार को लेकर वे जल्द ही आंदोलन भी कर सकते हैं, यदि न्याय नहीं मिला। उन्होंने जिला प्रशासन से संवेदनशीलता के साथ मामलों की जांच सुनिश्चित करने की अपील की है।