नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस साल न्यूयॉर्क में होने वाली संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) की उच्चस्तरीय बैठक में शामिल न होने का फैसला किया है। अब भारत का प्रतिनिधित्व विदेश मंत्री एस. जयशंकर करेंगे। वहीं अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अपने दूसरे कार्यकाल में पहली बार UNGA के पोडियम से दुनिया को संबोधित करेंगे। यह बदलाव न केवल भारत की कूटनीति बल्कि वैश्विक राजनीति में भी चर्चा का विषय बन गया है।
UNGA 2025 का शेड्यूल और अहमियत
संयुक्त राष्ट्र महासभा का 80वां सत्र 9 सितंबर से शुरू होगा। इसके बाद 23 से 29 सितंबर तक उच्चस्तरीय बैठक चलेगी। परंपरा के अनुसार पहला भाषण ब्राजील देगा, जबकि उसके बाद अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप वैश्विक नेताओं को संबोधित करेंगे। यह उनके दूसरे कार्यकाल का पहला UNGA संबोधन होगा, जिस पर दुनियाभर की नजरें टिकी हैं।
पीएम मोदी क्यों नहीं जाएंगे न्यूयॉर्क?
जुलाई में जारी शुरुआती सूची में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का नाम शामिल था और 26 सितंबर को उनके भाषण की तारीख तय थी। लेकिन अब संयुक्त राष्ट्र की संशोधित सूची में बदलाव हुआ है, और इसमें भारत की ओर से विदेश मंत्री एस. जयशंकर का नाम दर्ज है। 27 सितंबर को जयशंकर महासभा में भारत का दृष्टिकोण रखेंगे।
भारत की कूटनीति और वैश्विक संदेश
मोदी की अनुपस्थिति और जयशंकर की मौजूदगी भारत की विदेश नीति की प्राथमिकताओं को दर्शाती है। कूटनीतिक स्तर पर यह बदलाव भारत-अमेरिका संबंधों, व्यापार तनाव और बहुपक्षीय मंचों पर भारत की रणनीति से जुड़ा हुआ है। भारत की आवाज़ इस मंच पर फिर भी उतनी ही प्रखर होगी क्योंकि विदेश मंत्री जयशंकर को विदेश नीति और अंतरराष्ट्रीय कूटनीति में गहरी समझ रखने वाले नेता के तौर पर जाना जाता है।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का बड़ा मंच
23 सितंबर को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप जब यूएनजीए में अपना भाषण देंगे तो यह उनके दूसरे कार्यकाल की सबसे अहम वैश्विक मौजूदगी होगी। उम्मीद है कि ट्रंप चीन, रूस, जलवायु परिवर्तन और अंतरराष्ट्रीय व्यापार जैसे मुद्दों पर कड़ा संदेश देंगे।





