नई दिल्ली: दिल्ली में आयोजित सीमा सुरक्षा बल (BSF) के अलंकरण समारोह में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने वीरगति को प्राप्त 2003 जवानों को पूरे राष्ट्र की ओर से श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने कहा कि 1965 से 2025 तक के सफर में बीएसएफ के जवानों ने अपने प्राणों की आहुति देकर देश की सीमाओं की रक्षा की है।
अमित शाह ने बीएसएफ के अद्वितीय योगदान को याद करते हुए कहा, “अपनी स्थापना के मात्र 6 वर्षों बाद ही इस बल को युद्ध का सामना करना पड़ा। बांग्लादेश के निर्माण में बीएसएफ की महत्वपूर्ण भूमिका रही। सेना और बीएसएफ ने जिस बहादुरी का परिचय दिया, वह स्वर्णाक्षरों में लिखा जाएगा।”

उन्होंने बताया कि सरकार द्वारा ‘एक सीमा, एक बल’ नीति के तहत बीएसएफ को दो सबसे जटिल सीमाओं – बांग्लादेश और पाकिस्तान – की रक्षा की जिम्मेदारी दी गई है। “जहां बाड़ नहीं लग सकती वहां भी बीएसएफ नई तकनीकों की सहायता से सुरक्षा दे रही है। यह देश की सुरक्षा रणनीति में बड़ी उपलब्धि है,” शाह ने कहा।
ऑपरेशन सिंदूर: भारतीय रक्षा इतिहास में मील का पत्थर
गृह मंत्री ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का विशेष रूप से उल्लेख करते हुए कहा कि यह ऑपरेशन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दृढ़ राजनीतिक इच्छाशक्ति, खुफिया एजेंसियों की सटीक जानकारी और सेना की अचूक मारक क्षमता का अद्वितीय उदाहरण है।
उन्होंने कहा, “जब ये तीनों तत्व एक साथ आए, तब बना ऑपरेशन सिंदूर। हमारा देश वर्षों से पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद का सामना कर रहा है। 2014 में सत्ता में आने के बाद भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने उरी हमले के तुरंत बाद पहली बार आतंकियों के अड्डों में घुसकर सर्जिकल स्ट्राइक की।”
#WATCH दिल्ली: सीमा सुरक्षा बल अलंकरण समारोह को संबोधित करते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, "… ऑपरेशन सिंदूर तब बना जब हमारे प्रधानमंत्री की दृढ़ राजनीतिक इच्छाशक्ति, हमारी खुफिया एजेंसियों की सटीक जानकारी और सेना की मारक क्षमता का अद्भुत प्रदर्शन एक साथ आए। जब ये… pic.twitter.com/LJL551SAQg
— ANI_HindiNews (@AHindinews) May 23, 2025
7 और 9 मई की जवाबी कार्रवाई ने दुनिया को दिखाया भारत का नया रुख
गृह मंत्री शाह ने कहा कि 7 मई को भारतीय सेना ने कुछ ही मिनटों में आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया, जिसमें केवल आतंकी मारे गए। पाकिस्तान की सेना ने इसे अपने ऊपर हमला मान लिया और नागरिक व सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया। इसके जवाब में 9 मई को भारत ने उनके एयर डिफेंस सिस्टम को ध्वस्त कर स्पष्ट संदेश दिया कि भारत अब मूकदर्शक नहीं रहेगा।

पाकिस्तानी सेना की पोल खोली
अमित शाह ने खुलासा किया कि “पाकिस्तान की सेना के अधिकारी खुद आतंकियों के जनाजों में शामिल हुए, जिससे यह साबित हो गया कि भारत में आतंकवाद का सबसे बड़ा प्रायोजक पाक सेना ही है।”
उन्होंने बताया कि भारतीय सेना ने 100 किलोमीटर भीतर घुसकर पाकिस्तानी सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया और पहली बार गोली का जवाब गोले से दिया।