बिहार: बिहार के पूर्व उप-मुख्यमंत्री और राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के नेता तेजस्वी यादव ने भारतीय जनता पार्टी (BJP) के सांसदों पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा है कि बीजेपी के नेता और सांसद राज्य में सांप्रदायिक सौहार्द को बिगाड़ने की कोशिश कर रहे हैं। तेजस्वी ने विशेष रूप से केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह की ‘हिंदू स्वाभिमान यात्रा’ और अररिया से सांसद प्रदीप सिंह के भड़काऊ बयानों को निशाने पर लिया है।
‘हिंदू-मुसलमान करने की कोशिश’ – तेजस्वी यादव
तेजस्वी यादव ने 22 अक्टूबर को फेसबुक लाइव के माध्यम से कहा कि गिरिराज सिंह की ‘हिंदू स्वाभिमान यात्रा’ का असली मकसद राज्य में हिंदू-मुस्लिम विभाजन को बढ़ावा देना है। उन्होंने गिरिराज सिंह पर आरोप लगाया कि वे सीमांचल के इलाकों में धार्मिक भावनाएं भड़काने का प्रयास कर रहे हैं, जबकि वहां की असली समस्याएं गरीबी और बेरोजगारी हैं। तेजस्वी ने कहा, “वे लोगों को सांप्रदायिकता के नाम पर बांटने की कोशिश कर रहे हैं। लेकिन बिहार की धरती में सबकी महक और योगदान है, और मैं बिहार को सांप्रदायिकता की आग में झोंकने नहीं दूंगा।”
प्रदीप सिंह के विवादित बयान की आलोचना
अररिया से बीजेपी सांसद प्रदीप सिंह ने 21 अक्टूबर को गिरिराज सिंह की यात्रा के दौरान एक विवादित बयान दिया, जिसने राज्य की राजनीति में हलचल मचा दी। प्रदीप सिंह ने कहा, “अररिया में रहना है तो हिंदू बनना होगा।” इस बयान पर विपक्ष ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। वायरल हो चुके एक वीडियो में, प्रदीप सिंह कहते हैं, “जब जातीय एकता की जरूरत होती है, तब हमें पहले हिंदू बनना चाहिए, और जाति की पहचान पीछे रखनी चाहिए।”
तेजस्वी यादव ने इस बयान को अत्यंत भड़काऊ और विभाजनकारी करार दिया। उन्होंने कहा, “अगर बिहार में कोई मुसलमानों को बुरी नजर से देखेगा तो ईंट से ईंट बजा दी जाएगी। यदि राज्य में कोई दंगा होता है, तो इसके लिए नीतीश कुमार पूरी तरह जिम्मेदार होंगे।” उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि प्रदीप सिंह को तुरंत Y श्रेणी की सुरक्षा प्रदान कर दी गई, जबकि उनकी टिप्पणियों ने पहले से ही माहौल को खराब कर दिया है।
प्रदीप सिंह के आवास पर हथियारबंद युवक की गिरफ्तारी
इस घटनाक्रम के बाद, 22 अक्टूबर को प्रदीप सिंह के आवास पर एक हथियारबंद युवक को गिरफ्तार किया गया। इसके बाद, प्रदीप सिंह समेत बिहार के कई नेताओं की सुरक्षा बढ़ा दी गई। प्रदीप सिंह को Y श्रेणी की सुरक्षा दी गई है। इस घटनाक्रम ने राज्य की राजनीति में तनाव और बढ़ा दिया है, और विपक्ष इसे बीजेपी की सांप्रदायिक राजनीति के रूप में देख रहा है।
विडियो देखें:
‘हिंदू स्वाभिमान यात्रा’ का उद्देश्य – गिरिराज सिंह
गिरिराज सिंह की ‘हिंदू स्वाभिमान यात्रा’ 18 अक्टूबर को भागलपुर से शुरू हुई और 22 अक्टूबर को किशनगंज में समाप्त हुई। इस यात्रा के दौरान गिरिराज सिंह ने कहा कि इसका उद्देश्य हिंदू समाज को एकजुट करना है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि सीमांचल का क्षेत्र ‘लव जिहाद’ का केंद्र बनता जा रहा है। अररिया में मुस्लिम आबादी करीब 40% है, और इस इलाके में इस तरह की यात्राएं और बयान माहौल को अस्थिर कर रहे हैं।